सोमवार को जम्मू कश्मीर के कारगिल से पीडीपी के कई नेता भाजपा में शामिल हुए। सभी नेताओं ने दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान लद्दाख से भाजपा सांसद जाम्यांग नामग्याल समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। हालांकि भाजपा अब जम्मू कश्मीर की दूसरी पार्टी से आने वाले नेताओं को लेकर सजग हो गई है। दरअसल सोमवार को भाजपा में शामिल होने वाले पीडीपी नेता और जम्मू कश्मीर विधानपरिषद के अध्यक्ष हाजी अनायत अली ने कुछ ऐसी बातें कहीं, जिनसे भाजपा नेता थोड़े असहज हो गए।
बता दें कि हाजी अनायत अली ने कहा कि वह अन्य लोगों को भाजपा में लाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि ‘उन्हें आना ही पड़ेगा क्योंकि उनके पास इसके अलावा कोई विकल्प ही नहीं है।’ इस पर भाजपा की मीडिया सेल के प्रमुख अनिल बलूनी ने अनायत अली को रोकने की भी कोशिश की, लेकिन अनायत अली नहीं रुके और कई अन्य बातें भी कहीं। अब यही वजह है कि पार्टी किसी असहज स्थिति से बचने के लिए इन नेताओं को फिलहाल मीडिया से दूर रखने का प्रयास कर रही है। भाजपा ने यह सुनिश्चित किया है कि हाजी अनायत अली और अन्य नेता अभी टीवी चैनलों से बात ना करें।
हाजी अनायत अली के अलावा लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलेपमेंट काउंसिल के सदस्य और कारगिल निवासी मोहम्मद अली चंदन और कारगिल नगरपालिका समिति के प्रमुख जहीर हुसैन बाबर भी भाजपा में शामिल हुए। इनके अलावा पीडीपी नेता काचो गुलजार हुसैन, असदुल्लाह मुंशी, इब्राहिम और ताशी त्सेरिंग ने भी भाजपा ज्वाइन की।
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले ही सरकार ने जम्मू कश्मीर के विशेषाधिकार को खत्म करते हुए वहां से आर्टिकल 370 के कई प्रावधान हटा दिए हैं। इसके साथ ही सरकार ने जम्मू कश्मीर को दो हिस्सों में बांट दिया है। जिसके तहत जम्मू कश्मीर और लद्दाख होंगे। सरकार ने जम्मू कश्मीर और लद्दाख दोनों को ही केन्द्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला किया है।