Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 अब अपने अंतिम पड़ाव पर है। आज शनिवार 25 मई को छठे फेज में जम्मू-कश्मीर की एक सीट पर वोटिंग हो रही है। अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पहली बार राज्य में मतदान हो रहा है। इसी बीच, कश्मीरी हिंदू भी वोट डालने के लिए प्रदेश में पहुंच रहे हैं। एक कश्मीरी हिंदू ने कहा कि 10 सालों में हालात में काफी बदलाव आया है।

अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर वोट डालने के बाद एक कश्मीरी हिंदू वीर सराफ ने कहा कि मैंने 32 साल बाद कश्मीर में अपना वोट डाला है। मैं अल्पसंख्यक समुदाय से आता हूं और आमतौर पर मैं यहां ज्यादा नहीं आता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 10 सालों में कश्मीर के हालात पहले से और भी बेहतर हुए हैं। इसी वजह से हमें कश्मीर में आकर वोट डालने का मौका दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि कुछ दोस्त मेरे साथ वोट डालने के लिए आए हैं।

अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीटों पर मतदान

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर 18.36 लाख वोटर्स अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। साल 2022 में जम्मू-कश्मीर में किए गए परिसीमन में पुलवामा जिले और शोपियां विधानसभा क्षेत्र को दक्षिण कश्मीर लोकसभा सीट से हटा दिया गया, जबकि राजौरी और पुंछ के सात विधानसभा क्षेत्रों इस लोकसभा के साथ जोड़ दिया गया था।

वहीं, अब बात करें पुराने अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र की तो साल 2019 में लगभग 9 फीसदी वोटिंग हुई थी। वहीं, 2014 के लोकसभा इलेक्शन में करीब 29 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस लोकसभा चुनाव के दौरान निर्वाचन क्षेत्र में पुंछ और राजौरी क्षेत्रों को शामिल करने के साथ मतदान का प्रतिशत पिछले चुनाव की तुलना में बहुत ज्यादा होने की उम्मीद है।

जम्मू-कश्मीर में बढ़ा वोटिंग आंकड़ा

इस बार जो पांचवें चरण में वोटिंग हुई है, सबसे उत्साहजनक रुझान जम्मू-कश्मीर से देखने को मिले हैं जहां पर एक बार फिर मतदान में भारी उछाल देखने को मिला है। अभी तक के आंकड़े बताते हैं कि बारामूला में 24 फीसदी का उछाल आया है, इस बार वहां पर 59.1% वोटिंग हुई है। ये अपने आप में काफी निर्णायक है क्योंकि पिछली बार बारामूला में 34.3% मतदान हुआ था। जानकार मानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में जो इस बार ज्यादा वोटिंग हो रही है, उसका असर भी फाइनल आंकड़ों पर पड़ रहा है।