केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे कहा था कि गुटखा खाने का काम बड़ा ही खराब है। इसके बाद मैंने छोड़ दिया। आठ साल से मैंने इसे हाथ नहीं लगाया है। रजत शर्मा के शो ‘आप की अदालत’ में मनोज सिन्हा ने एक सवाल के जवाब में इस बात का खुलासा किया।
मनोज सिन्हा ने गुटखा खाने के सवाल का जवाब देते हुए कहा, “देखिए काशी में जो रहे और पान ना खाए ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं। लंबा समय काशी में गुजरा, पान खाने की आदत पड़ गई थी। जब दिल्ली आया तो पांडे जी की एक दुकान है, नॉर्थ एवेन्यू में, वहीं से पान मंगाता था और खाता था। कभी-कभी पान खत्म हो जाए तो आदत इतनी बुरी थी कि रजनीगंधा और तुलसी खा लेता था।”
किसी को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए – मनोज सिन्हा
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल ने आगे कहा, “एक बार प्रधानमंत्री मोदी ने मुझसे यह बात कही थी कि ये काम बड़ा खराब है। उसके बाद मैंने छोड़ दिया। मैं लोगों से भी कहूंगा कि यह बहुत ही खराब काम है। किसी को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए। 2017 में मैंने छोड़ा और 2025 में आठ साल हो गए, मैंने इसे छुआ नहीं है और उसके बहुत लाभ हैं।”
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एलजी मनोज सिन्हा को खाने में क्या पसंद है?
एलजी मनोज सिन्हा ने एक सवाल के जवाब में बताया कि मेरे खाने की पसंदीदा जगह मेरा घर है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा, “मोटे तौर पर तोरई, घिया, करेला, परवल, अरहर की दाल खाता हूं। रोटी पहले गेहूं की खाता था, अब मल्टीग्रेन खाने लगा हूं।” एलजी मनोज सिन्हा ने बताया कि पीएम मोदी ने एक मीटिंग के बाद मुझसे कहा था कि जरा वजन कम करिए। मनोज सिन्हा ने कहा, “असल में जहां हम लोगों की पैदाइश हुई, पूर्वांचल में और गाजीपुर-बनारस में, वो ऐसा इलाका है कि वहां बचपन से ही मिठाई, मलाई, दूध का शौक लोग पालते हैं। इसके कारण वजन ज्यादा था और पीएम मोदी ने किसी बैठक के बाद मुझसे कहा था कि जरा वजन कम करिए। उम्र भी पूछी थी। मुझे भी लगा कि ये सही सलाह है। मैंने प्रयास किया। पहले मैं 118 किलो का होता था, अब मैं 86 का हो गया हूं।” भारत में रहकर पाकिस्तान के लिए कर रहे थे मुखबिरी, जम्मू-कश्मीर के एलजी ने कर दिया नौकरी से बर्खास्त