सुरक्षाबलों के साथ हुए एनकाउंटर में मारे गए आतंकवादी की पत्नी ने बड़े खुलासे किए हैं। साथ ही उसने कहा है कि उसके पति के मारे जाने के बाद पाकिस्तान में किसी ने उसका हाल चाल जानने तक की कोशिश नहीं की। इस दौरान उसने यह भी कहा कि असली कश्मीर भारत में है।

समाचार चैनल टाइम्स नाउ नवभारत ने मृत आतंकी की पत्नी रजिया बीबी का ऑडियो जारी किया है। ऑडियो में वह यह कहती हुई दिखाई दे रही हैं कि ये जो मुजाहिद लेकर जाते हैं और फिर बिना किसी ख्याल के शादियां करा देते हैं। इससे जिंदगियां बर्बाद होती हैं। मैंने वहां कई रातें जाग जाग कर गुजारी हैं। बच्चों के सुकून के लिए दिन भर भटका करती थी। कई ईदों पर बच्चों ने कपड़े पहने तो कई पर नहीं पहने, हम बहुत मुश्किल हालात से गुजरे हैं। मैं यही कहूंगी कि सोच समझ कर ही कदम उठाना चाहिए। हालांकि जनसत्ता ऑनलाइन रजिया बीबी के तथाकथित ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है।

अपने ऑडियो में रजिया बीबी आगे यह कहती हुई दिखाई दे रही हैं कि मुजाहिद मेरे शौहर को भी बिना बताए हुए कहीं लेकर गए। उन्होंने यह भी नहीं बताया कि कहां लेकर जा रहे हैं। इस चक्कर में लोग कई दिन तक परेशान रहते हैं। महीनों बाद लोगों का पता चल पाता है। बस यही कहूंगी कि कोई मुजाहिद न बने। साथ ही उसने अपने ऑडियो में यह भी कहा कि वो यहां(भारत) पर काफी सुकून में है और किसी चीज की फ़िक्र नहीं होती है।

समाचार एजेंसी एएनआई ने भी रजिया बीबी का एक वीडियो जारी किया है। जिसमें वो कहती हुई दिखाई दे रही हैं कि मुझे यहां आए हुए करीब 15 दिन हो गए हैं और मैं काफी सुकून में हूं। साथ ही वो यह भी कह रही है कि भारत आकर बहुत सुकून मिला और यहां मेरे बच्चों का काफी ख्याल रखा गया। मेरा समर्थन यहीं के लिए होगा क्योंकि मेरे बच्चों को सपोर्ट मिला है। इसके अलावा वे यह भी कह रही हैं कि पाकिस्तान में सब कुछ नाम का ही है, वहां कोई इंसानियत नहीं है। 

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार रजिया बीबी को तीन साल की उम्र में मुज़फ्फराबाद ले जाया गया। 2008 में रजिया की शादी हिजबुल के एक आतंकी के साथ करा दी गई। 2018 में बांदीपोरा में सुरक्षाबलों के साथ एनकाउंटर में हिजबुल आतंकी की मौत हो गई। पति की मौत के बाद उसके एक महीने बाद तो आतंकी संगठनों से रजिया बीबी को पेंशन दी गई लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया।

कोई मदद नहीं मिलने के बाद रजिया और उसके बच्चों की हालत बद से बदतर हो गई। बच्चों को खाने के लाले तक पड़ गए। इसके बाद 2021 में काठमांडू के रास्ते रजिया बीबी भारत आ गई। जहां वो सुरक्षाबलों की देखरेख में है और उसके बच्चों को स्कूल जैसी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है।