लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे हैं। इस कोशिश में वह लगातार तमाम बड़ी पार्टियों के प्रमुख नेताओं से मिल रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को अगले साल के आम चुनाव में भाजपा के खिलाफ महागठबंधन से अपनी पार्टी के दूर रहने का संकेत दिया।

हम जम्मू कश्मीर के बाहर क्या योगदान कर सकते हैं- उमर अब्दुल्ला

अखिल भारतीय मोर्चा बनाने की विपक्ष की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि उन्हें इस तरह के महागठबंधन से अपनी पार्टी के लिए कोई फायदा नजर नहीं आता। उन्होंने कहा, ‘‘हम जम्मू कश्मीर के बाहर क्या योगदान कर सकते हैं? हमारे यहां कुल पांच लोकसभा सीट हैं और इन पांच सीट से कौन सा तूफान आ सकता है? हमें इन सीट पर भाजपा का मुकाबला करना है, जम्मू कश्मीर के बाहर जो हो रहा है वह सेकेंडरी सवाल है।’’

अब्दुल्ला ने भाजपा के खिलाफ अन्य दलों के साथ नेशनल कांफ्रेंस के हाथ मिलाने की संभावना पर कहा, “ज्यादातर ऐसे दल अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाये जाने के दौरान मौन थे।” उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंके जाने से पहले चुनाव पूर्व गठजोड़ की बातचीत जल्दबाजी होगी।

जब उन्हें हमारी जरूरत होती है तब हमारा दरवाजा खटखटाते हैं

जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने कहा, ‘‘मजबूरी छोड़िए, मुझे ऐसे गठबंधन से पार्टी और जम्मू कश्मीर के लिए कोई फायदा नहीं दिखता है। मैं बार-बार कह रहा हूं कि जब उन्हें हमारी जरूरत होती है, वे हमारा दरवाजा खटखटाते हैं। जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मुसीबत में हैं, तब उन्हें हमारे समर्थन की जरूरत है। लेकिन 2019 में जब हमारे साथ बहुत बड़ा धोखा हुआ तब ये नेता कहां थे।’’

उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘जो आज संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए चिल्ला रहे हैं, वे तब कहां थे जब हमने लोकतंत्र की हत्या का सामना किया। उन्होंने इसके खिलाफ आवाज नहीं उठायी और सच यह है कि उन्होंने संसद में इस कदम का समर्थन किया।’’ उन्होंने कहा कि बस चार दल- द्रमुक, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और दो वामदल हैं जो हमेशा जम्मू कश्मीर के लोगों के साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा, ‘‘ इन चार दलों को छोड़कर अन्य दलों में कोई ऐसा दिखाइए जिसने दिल से हमारा साथ दिया हो। हम अपनी पांच सीट पर भाजपा का मुकाबला करेंगे, उनकी जो मर्जी हो उन्हें करने दीजिए।’’

नेशनल कांफ्रेंस के सारे नेता करेंगे चुनाव से पहले गठबंधन पर चर्चा

जम्मू कश्मीर में चुनाव पहले गठबंधन की संभावना पर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘पहले चुनाव का बिगुल बजने दीजिए, तब हम बैठकर इसपर फैसला कर लेंगे। एक व्यक्ति की राय या फैसला स्वीकार्य नहीं होता है। नेशनल कांफ्रेंस के सारे नेता इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और उसके नफा-नुकसान पर चर्चा कर आम सहमति पर पहुंचेंगे।’’