Jammu-Kashmir Elections: जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अफजल गुरु की फांसी के बारे में अपनी विवादास्पद टिप्पणी से राजनीतिक बहस छेड़ दी है। इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि उमर अब्दुल्ला का बयान बेहद आपत्तिजनक और भारत विरोधी है, इसकी जितनी भी आलोचना की जाए कम है।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि उमर अब्दुल्ला आतंकवादियों के पक्ष में बोल रहे हैं। कांग्रेस ऐसे भारत विरोधी बयानों के साथ है। अब्दुल्ला और कांग्रेस में कोई फर्क नहीं है। भारत की जनता इसे माफ नहीं करेगी। वहीं प्रदेश के पूर्व बीजेपी उपाध्यक्ष कंविदर गुप्ता ने कहा कि आखिर उमर अब्दुल्ला क्या हल करना चाहते हैं। अगर कोई शख्स भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचता है तो उसे मौत की सजा मिलनी ही चाहिए।
उमर अब्दुल्ला ने क्या बयान दिया
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि अफजल गुरु की फांसी में जम्मू-कश्मीर की कोई भागीदारी नहीं थी, अगर उसकी फांसी में जम्मू सरकार की मंजूरी की जरूरत पड़ती तो हम नहीं देते। लेकिन दुर्भाग्य से इसमें हमारी सरकार की कोई मंजूरी की जरूरत नहीं थी इसलिए हम इसमें कोई भूमिका नहीं निभा पाए।
इतना ही नहीं अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उसे फांसी देने से कोई उद्देश्य पूरा हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि मैं सजा-ए-मौत में भरोसा नहीं करता हूं क्योंकि मैं मानता हूं कि जज हमेशा अचूक होते हैं। हमने कई बार देखा है कि फांसी की सजा दे दी जाती है और बाद में यह पता चलता है कि व्यक्ति निर्दोष था।
उमर अब्दुल्ला के बयान से कांग्रेस ने खुद को किया अलग
आगामी चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने इस टिप्पणी से खुद को अलग कर लिया। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने टिप्पणी करते हुए कहा कि चुनाव का मौसम है और लोग बयानबाजी करते हैं। मैं टिप्पणी नहीं करना चाहता। यह विवाद तब पैदा हुआ जब अफ़ज़ल गुरु का भाई एजाज अहमद गुरु जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार होने वाले ये चुनाव 18 सितंबर से शुरू होकर तीन चरणों में होंगे और 8 अक्टूबर को काउंटिंग होगी।