जम्मू कश्मीर में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता पर आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से संबंध रखने के आरोप लगे हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इस संबंध में आरोपी नेता को समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया है। बता दें कि एनआईए घाटी में आतंकी फंडिंग की जांच में जुटी है। इसी दौरान एक आरोपी से पूछताछ में कांग्रेस नेता के आतंकी संगठन से संबंध होने का खुलासा किया है।
खबर के अनुसार, आरोपी नेता जीएम सरूरी, जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ के निवासी हैं। टाइम्स नाऊ की एक खबर के अनुसार, एनआईए को पता चला है कि हिजबुल आतंकी ओसामा एक बार जीएम सरूरी के घर पर भी ठहरा था। फिलहाल एनआईए ने सरूरी को पूछताछ के लिए समन भेजा है।
जीएम सरूरी किश्तवाड़ के इंद्रवाल इलाके से जनप्रतिनिधि भी रहे हैं। बीते दिनों एनआईए ने एक आरोपी को हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ में ही खुलासा हुआ कि हिजबुल आतंकी ओसामा, जीएम सरूरी के आवास पर भी रूका था। उल्लेखनीय है कि सुरक्षाबलों ने बीते दिनों ओसामा को एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया था।
ओसामा पर जम्मू कश्मीर में आरएसएस नेता चंद्रकांत पंडित समेत कई अन्य लोगों की हत्या का आरोप लगा था। जीएम सरूरी, जम्मू कश्मीर में गुलाम नबी आजाद की सरकार में कैबिनेट मंत्री तक रह चुके हैं। सरूरी को गुलाम नबी आजाद का करीबी माना जाता है।
बता दें कि इससे पहले जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारी देविंदर सिंह पर भी आतंकियों को अपने घर में पनाह देने का आरोप लगा है। फिलहाल देविंदर सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
ऐसे में पुलिस अधिकारी के बाद एक जनप्रतिनिधि के भी आतंकी गुट से कथित संबंधों का खुलासा होने से सरकार और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ना स्वभाविक है। जम्मू कश्मीर के भाजपा नेताओं ने राज्य के एक बड़े नेता के आतंकी संगठन से कथित संबंधों का खुलासा होने पर चिंता जाहिर की है।