प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरे से पहले एक और सरपंच की हत्या कर दी गई। शुक्रवार (15 अप्रैल, 2022) को बारामूला जिला में आतंकियों ने सरपंच मंजूर अहमद बांगरू की गोली मारकर हत्या कर दी। वह निर्दलीय निर्वाचित हुए थे।
अफसरों के अनुसार, आतंकवादियों ने पट्टन इलाके के गोसबाग में बांगरू को मौत के घाट उतारा। बांगरू को अस्पताल ले जाया गया, पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि सरपंच की हत्या के मामले में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने आगे बताया, ‘‘मामले की जांच फिलहाल जारी है। पूरे इलाके को घेर लिया गया है, जबकि तलाशी अभियान जारी है।’’ इस बीच, उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा और राजनीतिक पार्टियों ने इस हत्या की कड़ी निंदा की।
सिन्हा बोले, ‘‘मैं सरपंच मंजूर अहमद बांगरू पर हुए हमले की कड़ी आलोचना करता हूं। इस घृणित कृत्य करने के दोषियों को दंडित किया जाएगा। मेरी संवेदनाएं शोक के इस समय में पीड़ित परिवार के साथ है।’’
वहीं, नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया था, ‘‘टारगेट कर के एक और हत्या…एक और परिवार इस शाम शोक मना रहा है। यह खत्म नहीं होने वाले हिंसा का चक्र दिल को तोड़ने वाला है। मेरी संवेदनाएं मंजूर बांगरू के परिवार के साथ है। उन्हें जन्नत नसीब हो।’’
उधर, पीडीपी और भाजपा ने भी इस हत्या की निंदा की है। पीडीपी के प्रवक्ता ने ट्वीट किया‘‘पट्टन में सरपंच मंजूर अहमद बांगरू की हत्या की खबर से दुखी हैं। कई सुरक्षा आकलन करने, श्रीनगर के सुरक्षित स्थान पर रखने के बावजूद क्यों सरपंचों की हत्या जारी है।’’ भाजपा प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि वह बांगरू की ‘‘क्रूर हत्या’’ की कड़ी निंदा करते हैं।
बता दें कि बीते तीन दिनों में बांगरू आतंकवादियों की ओर से गैर-सैनिकों की निशाना बना कर की जाने हत्या के दूसरे शिकार हैं। आतंकवादियों ने इससे पहले बुधवार को कुलगाम जिले में स्थानीय सतीश सिंह की हत्या कर दी थी। अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों द्वारा आम नागरिकों पर हमले गत दो सप्ताह में बढ़े हैं। दो महीने के भीतर इस तरह की यह चौथी वारदात है।
‘कश्मीर में अल्पसंख्यकों पर हमलों से सुरक्षा एजेंसियां निपटेंगी’: इस बीच, केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने गुरुवार को कहा था कि पीएम के नेतृत्व में कश्मीर में सामान्य स्थिति लौट आई है। वहां अल्पसंख्यकों पर हालिया हमलों से सुरक्षा एजेंसियां निपटेंगी। कश्मीर में अब भी हिंसा की कुछ घटनाएं हुई हैं लेकिन ऐसी चीजें पूरे देश में आम हैं।
दरअसल, पिछले दो सप्ताह में कश्मीर में लोगों पर हमले बढ़े हैं। कुलगाम जिले में आतंकवादियों ने एक स्थानीय राजपूत हिंदू की हत्या कर दी, जबकि चार अलग-अलग हमलों में पांच अन्य व्यक्ति घायल हुए हैं जिनमें चार गैर-स्थानीय मजदूर और एक स्थानीय कश्मीरी पंडित दुकानदार शामिल है। इस साल कश्मीर में पर्यटकों के आगमन पर, रिजीजू ने कहा कि जम्मू- कश्मीर देश में पर्यटन क्षेत्र में नेतृत्व की भूमिका निभाता है।