Mysterious Illness In Rajouri: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में रहस्यमयी बीमारी लगातार कहर बरपाए हुए है। दिसंबर-2024 की शुरुआत से अब तक जिले में इस रोग से 16 लोगों की मौत हो चुकी है और 38 लोगों को इस अज्ञात बीमारी ने प्रभावित किया है। इस बीच मदद के लिए सेना आगे आई है और जवानों को प्रभावित लोगों को भोजन, पानी व आश्रय सहित जरूरी सामान मुहैया करवाने के लिए इलाके में तैनात किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जम्मू संभाग के गांव बड्डाल में लोगों की नींद उड़ी हुई है। आईसीएमआर, एम्स दिल्ली, पीजीआईएमआर चंडीगढ़, एनसीडीसी और मेडिकल कॉलेज जम्मू चार हजार से ज्यादा लोगों के सैंपल इकट्ठा कर चुके हैं। हालांकि, मौतों का रहस्य अभी भी रहस्य ही बना हुआ है। इतना ही नहीं दो दिनों से एसआईटी के अधिकारी भी गांव में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने लोगों से भी बातचीत की।
कब से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला?
गांव में पहली मौत का मामला 7 दिसंबर को सामने आया था। यहां पर एक ही परिवार के पांच सदस्यों की रहस्यमयी बीमारी के कारण मौत हो गई थी। सात सदस्यों वाला यह परिवार गांव में सामुदायिक भोजन के बाद बीमार पड़ गया था। पांच दिन बाद 12 दिसंबर 2024 को इसी बीमारी से तीन बच्चों की मौत हो गई। 12 जनवरी को एक और सामुदायिक भोजन खाने के बाद दस लोगों का एक परिवार बीमार पड़ गया। तब से अब तक करीब 16 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने बड्डाल गांव में प्रभावित परिवारों के तीन घरों को भी सील कर दिया है। ये घर एक दूसरे से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हैं। शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू के राजौरी जिले में पिछले पांच हफ्तों में तीन घटनाओं में मौतों का पता लगाने के लिए प्रभावित गांव का दौरान करने के लिए गृह मंत्रालय के नेतृत्व में एक इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी गठित करने का निर्देश दिया है।
राजौरी के इस गांव में फैली है रहस्यमय बीमारी
स्थानीय लोगों ने क्या कहा?
स्थानीय लोगों ने सेना का आभार जताया है। मोहम्मद बशीर नाम के एक शख्स ने कहा, ‘सेना को यहां तैनात किया गया है और वह हमें राशन, टेंट और जरूरी चीजें मुहैया करवा रही है। वे हमें 4-5 दिनों के लिए खाने, पानी और सहायता दे रहे हैं। हम इस कठिन समय में उनकी मदद के लिए आभारी हैं।’ वहीं एक शख्स गुलाम हुसैन ने कहा, ‘नागरिक प्रशासन 40-45 दिनों से हमारे साथ है और अब सेना भी हमारी मदद के लिए आ गई है। वे हमें खाद्य आपूर्ति और हमारी जरूरत की हर चीज मुहैया करा रहे हैं। जिला प्रशासन, पुलिस और अन्य सभी लोग बड़े पैमाने पर हमारे साथ सहयोग कर रहे हैं। हालांकि, प्रयासों के बावजूद स्थिति अभी भी अनसुलझी है। हमें इस मुद्दे के कारण का पता लगाने के लिए जांच की जरूरत है, जिसने तीन परिवारों को बुरी तरह प्रभावित किया है और बच्चों में डर पैदा किया है।’
सीएम उमर अब्दुल्ला ने की मीटिंग
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बड्डाल की स्थिति पर चर्चा करने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग की और पुलिस विभागों को इन रहस्यमय मौतों की जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया। राजौरी जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर स्थित यह गांव डर की स्थिति में है और ग्रामीण रहस्य सुलझने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं राजौरी के चीफ मेडिकल ऑफिसर मनोहर लाल राणा ने कहा कि बड्डाल की यह घटना बेहद ही दुखद है और हम लोगों की जान जाने से बहुत ही दुखी है। जैसे ही हमें प्रारंभिक रिपोर्ट मिली, हमने तुरंत जांच के लिए टीमें तैनात कर दीं। हमारी टीमें घर-घर जाकर हर परिवार की जांच कर रही हैं। इस टीम में करीब 50-60 कर्मचारी काम कर रहे हैं।
बड्डाल में बना नया कब्रिस्तान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्थानीय शख्स मोहम्मद जहीर गोर्सी ने बताया कि गांव में परिवार के पैतृक कब्रिस्तान में जगह खत्म हो गई है। इसकी वजह से उन्हें अपनी खेती करने वाली जमीन पर नया कब्रिस्तान बनवाना पड़ रहा है। जहां एक ओर गांव वाले अपने प्रियजनों को खोने के गम से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं पूरे गांव में दहशत का माहौल भी है।
मौतों की वजह बताने वाले को इनाम
बड्डाल में तीन परिवारों में हुई मौतों पर हर तरफ गम और सभी लोगों में काफी गुस्सा है। हर कोई यही चर्चा कर रहा है कि लोगों की मौत का पता लगाया जाए। इसी बीच, पीडीपी नेता गुफ्तार चौधरी ने तो यहां तक कह दिया कि मौतों से जुड़ी जानकारी देने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोग खुलकर सामने आएं। इस मामले की जांच एसआईटी भी कर रही है। 21 साल की इस कश्मीरी लड़की को है अजीबोगरीब बीमारी पढ़ें पूरी खबर…
