Jammu and Kashmir National Conference: जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में चल रही सरकार और LG मनोज सिन्हा के बीच तनातनी बढ़ती दिखाई दे रही है। राज्य के उपमुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के सीनियर नेता सुरिंदर चौधरी ने LG मनोज सिन्हा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
चौधरी ने बीजेपी पर LG मनोज सिन्हा के जरिए “प्रॉक्सी सरकार” चलाने का आरोप लगाया और कहा कि जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिया जाना चाहिए। चौधरी ने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी की तो सरकार सड़कों पर उतरेगी।
चौधरी ने LG का नाम लिए बिना कहा कि अगर कोई सोचता है कि वह लोगों के द्वारा दिए गए जनादेश को कुचल सकता है तो ऐसा नहीं होगा क्योंकि सरकार डरती नहीं है और वह लोगों के लिए लड़ने के लिए तैयार है। चौधरी ने कहा कि LG को समझना चाहिए कि वह संविधान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
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चौधरी ने कहा, “ऐसा ना सोचा जाए कि हम डर जाएंगे, हम डरने वाले नहीं हैं, हम लड़ने वाले हैं।” उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि LG मनोज सिन्हा जनादेश को स्वीकार करेंगे। नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार की ओर से यह पहला मौका है जब LG पर सीधा हमला किया गया है।
अफसरों के तबादले को लेकर हुआ था विवाद
याद दिलाना होगा कि इस साल अप्रैल में Jammu and Kashmir Administrative Service (JKAS) के 48 अफसरों के तबादले को लेकर भी सरकार और LG के बीच विवाद हुआ था। राज्य सरकार की ओर से राजभवन पर सवाल खड़े किए गए थे।
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तब मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अफसरों के ट्रांसफर का विरोध किया था और इसे लेकर लोग LG मनोज सिन्हा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था। हालांकि मनोज सिन्हा ने कहा था कि वह अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कुछ नहीं करते और अपनी सीमाओं का कभी उल्लंघन भी नहीं करते।
तब भी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा था कि विधानसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर के लोगों ने उनकी सरकार को जो जनादेश दिया है, उसका सम्मान किया जाना चाहिए।
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