केरल की वायनाड लोकसभा सीट से उपचुनाव लड़ रही प्रियंका गांधी पर राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने जमात-ए-इस्लामी का ज़िक्र कर निशाना साधा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा जमात-ए-इस्लामी के समर्थन से चुनाव लड़ रही हैं और जमात का नज़रिया ‘लोकतांत्रिक व्यवस्था के पक्ष में नहीं है’। CPI(M) के उम्मीदवार के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने कहा, “प्रियंका गांधी जमात-ए-इस्लामी के समर्थन से चुनाव लड़ रही हैं। इसे लेकर कांग्रेस का क्या रुख है? हमारा देश जमात-ए-इस्लामी से अपरिचित नहीं है। जमात का नज़रिया लोकतांत्रिक व्यवस्था के पक्ष में नहीं है, वह इस्लामी शासन के पक्ष में हैं।”

राहुल गांधी के बतौर सांसद रायबरेली को चुन लेने के बाद वायनाड में 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए वोटिंग होनी है।

सीएम पिनाराई विजयन ने क्या कहा?

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि ‘जमात-ए-इस्लामी हिंद की राजनीतिक पार्टी वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया (WPI) है। जिसे जमात एक एक ढाल की तरह इस्तेमाल कर रही है।’

वेलफेयर पार्टी ने इस सप्ताह की शुरुआत में राज्य में आगामी उपचुनावों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) को अपना समर्थन दिया था।

सीएम विजयन ने जम्मू और कश्मीर की जमात-ए-इस्लामी का भी ज़िक्र किया,जो जमात-ए-इस्लामी हिंद (जमात देश के कई हिस्सों में काम करने वाला एक संगठन है) से अलग एक इकाई है। जम्मू और कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी इकाई UAPA के तहत प्रतिबंधित है।

सीएम विजयन ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में जमात हमेशा से चुनावों के खिलाफ रही है, लेकिन हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में वे भाजपा के पक्ष में खड़े थे, उन्होंने उस सीट पर पूरा ध्यान लगाया जहां सीपीआई (एम) नेता युसुफ तारिगामी चुनाव लड़ रहे थे। इसका क्या कारण है ? तारिगामी को क्यों हराना चाहते थे? यही भाजपा और चरमपंथी भी चाहते थे।”

सीएम विजयन ने आगे कहा, “कभी-कभी यहां केरल में जमात-ए-इस्लामी के लोग कहते हैं कि वे जम्मू-कश्मीर के जमात-ए-इस्लामी से अलग हैं। लेकिन जमात की एक ही नीति है, जो इस्लामी दुनिया की स्थापना है। वे किसी भी तरह की लोकतांत्रिक शासन प्रणाली को स्वीकार नहीं करते। यही उनकी विचारधारा है और अब वे यूडीएफ (केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्षी गठबंधन) की मदद करना चाहते हैं। जमात-ए-इस्लामी के ज़रिए से एक चरमपंथी समूह इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग में प्रभाव हासिल करने की कोशिश कर रहा है।”

जमात-ए-इस्लामी केरल के अध्यक्ष ने क्या कहा?

सीएम पिनाराई विजयन की टिप्पणी पर जमात-ए-इस्लामी हिंद केरल के अध्यक्ष पी मुजीब रहमान की टिप्पणी सामने आई है। उन्होंने सीएम से पूछा कि ‘वह यह बताएं कि उन्होंने संगठन (जमात) के प्रति अपना नज़रिया क्यों और कब बदला?”

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मुजीब रहमान ने कहा, “हाल के लोकसभा चुनावों में जमात ने तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और राजस्थान में सीपीआई(एम) का समर्थन किया था। सीपीआई(एम) ने हमारे समर्थन को अस्वीकार क्यों नहीं किया? केरल में हम 2004 से सभी चुनावों में सीपीआई(एम) का समर्थन करते रहे हैं। 2020 तक सीपीआई(एम) ने वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के समर्थन से कई स्थानीय निकायों पर शासन किया है।” उन्होंने कहा कि सीएम विजयन बहुसंख्यक वोट बैंकों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं।

रहमान ने आगे कहा, “इससे केवल संघ परिवार को ही मदद मिलेगी। 2019 के लोकसभा चुनावों से हमने कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है, क्योंकि यह सबसे बड़ी पार्टी है और भाजपा विरोधी ताकत के रूप में उभरने के लिए मजबूत है।”