शुक्रवार को जगदीश विश्वकर्मा (पांचाल) का गुजरात भाजपा के निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाना सुनिश्चित हो गया। विश्वकर्मा अहमदाबाद के निकोल विधान सभा से विधायक हैं।

गुजरात भाजपा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए पर्चा भरने की मियाद खत्म होने तक केवल विश्वकर्मा का पर्चा दाखिल हुआ। इस तरह उनका निर्विरोध चुनाव सुनिश्चित हो गया। गुजरात भाजपा के अध्यक्ष पद के पर्यवेक्षक केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव हैं। गुजरात भाजपा इकाई में कुल 292 सदस्य हैं। ये सदस्य ही राज्य इकाई के अध्यक्ष का चुनाव करते हैं।

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जातीय समीकरण साधने की कोशिश

विश्वकर्मा की नियुक्ति को आगामी निकाय चुनावों के मद्देनजर जातीय समीकरण साधने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। विश्वकर्मा ओबीसी वर्ग से आते हैं। उनके निर्वाचन को ओबीसी एवं पाटीदार वोटों के एकीकरण के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। राज्य में अगले साल निकाय और पंचायत चुनाव होने वाले हैं।

जगदीश विश्वकर्मा का जन्म 12 अगस्त 1973 अहमदाबाद में हुआ था। उन्होंने बिजनेस मार्केटिंग में स्नातक और एमबीए किया है। विश्वकर्मा ने 1998 में भाजपा के बूथ कार्यकर्ता के तौर पर राजनीतिक यात्रा प्रारम्भ की। वह निकोल विधान सभा से तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं। वह अहमदाबाद नगर अध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुके हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा ने अहमदाबाद नगर पालिका के चुनाव में जबरदस्त जीत हासिल की थी।

पांच साल से ज्यादा वक्त तक अध्यक्ष रहे पाटिल

विश्वकर्मा से पहले सी.आर. पाटिल गुजरात भाजपा के अध्यक्ष थे। वह पांच साल से ज्यादा वक्त तक अध्यक्ष रहे। सीआर पाटिल के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को गुजरात में बहुत बड़ी कामयाबी मिली थी। तब पार्टी ने 182 में से 156 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जुलाई, 2023 में पाटिल का कार्यकाल समाप्त हो गया था लेकिन बीजेपी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पर बनाए रखा। 

2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी प्रदेश भाजपा की अगुवाई पाटिल ने की। बीजेपी को लोकसभा की 26 में से 25 सीटों पर जीत मिली थी।  2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में पाटिल को जल शक्ति मंत्री के रूप में शामिल किया गया। तभी से बीजेपी उनकी जगह पर किसी नए नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए माथापच्ची कर रही थी और उसकी तलाश जगदीश विश्वकर्मा पर जाकर खत्म हुई।

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