आंध्र प्रदेश में सत्ताधारी पार्टी वाईएसआरसीपी (YSRCP) ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने चार उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। जिन नामों का ऐलान किया गया है, उनमें एक नाम काफी चौंकाने वाला है। दरअसल वह नाम है परिमल नाथवानी का। परिमल नाथवानी रिलायंस ग्रुप का चेहरा माने जाते हैं। बीते दिनों रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने वाईएसआर प्रमुख और राज्य के सीएम जगन मोहन रेड्डी से उनके आवास पर मुलाकात भी की थी।
इस दौरान अंबानी और जगन मोहन के बीच बंद दरवाजे में मीटिंग हुई थी। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस मीटिंग के बाद ही वाईएसआरसीपी ने परिमल नाथवानी को राज्यसभा भेजने का फैसला किया था।
जगन मोहन के पिता वाईएसआर रेड्डी और अंबानी के बीच रहे हैं मतभेदः जगन मोहन रेड्डी द्वारा परिमल नाथवानी को राज्यसभा भेजने का फैसला इसलिए भी काफी चौंकाने वाला है क्योंकि जगन के पिता और राज्य के पूर्व सीएम वाईएसआर रेड्डी और अंबानी के बीच गहरे मतभेद रहे थे।
दरअसल जिस वक्त कृष्णा गोदावरी बेसिन में प्राकृतिक गैस और तेल के लिए मुकेश अंबानी और उनके भाई अनिल अंबानी के बीच विवाद चल रहा था, तो उस वक्त वाईएसआर रेड्डी ने इस मामले में सरकार से मध्यस्थ की भूमिका निभाने की मांग की थी।
इसके बाद जब अंबानी भाईयों के बीच का विवाद निपट गया तो वाईएसआर ने मांग की थी कि रिलायंस ग्रुप द्वारा जो गैस एक्सप्लोर की गई थी, उसमें से 10 प्रतिशत गैस उनके राज्य को कम दाम पर मिलनी चाहिए।
वाईएसआर के कार्यकाल में आंध्र प्रदेश सरकार ने आंध्र प्रदेश गैस इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन का गठन कर दिया था। हालांकि वाईएसआर और अंबानी के बीच की प्रतिद्वंदिता आगे बढ़ती उससे पहले ही साल 2009 में वाईएसआर का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया।
यही वजह है कि अब वाईएसआर के बेटे और मौजूदा सीएम जगनमोहन रेड्डी द्वारा मुकेश अंबानी के करीबी को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाना चौंकाता है। बता दें कि परिमल नाथवानी दो बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। फिलहाल वह झारखंड से सांसद हैं और आगामी 9 अप्रैल को उनका कार्यकाल खत्म हो रहा है।
वाईएसआर की तरफ से जिन अन्य तीन नेताओं को राज्यसभा का टिकट दिया गया है, उनमें पी.सुभाष चंद्र बोस, मोपीदेवी वेंकट रमना और रियल एस्टेट कारोबारी अल्ला अयोध्या रमी रेड्डी का नाम शामिल है। बता दें कि राज्यसभा के लिए 26 मार्च को चुनाव होना है।