Nitin Gadkari News: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिल्ली में पॉल्यूशन के बढ़ते लेवल को लेकर चिंता जाहिर की है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर यहां के लोगों की जीवन प्रत्याशा को कम कर रहा है। गडकरी गौतम बुद्ध नगर में फरीदाबाद-नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट रोड पर वृक्षारोपण अभियान ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ में भाग लेने आए हुए थे। उन्होंने कहा कि आप इस को गंभीरता से लो कि दिल्ली में जो प्रदूषण है उस कारण आम आदमी का जीवन कम हो रहा है।
नितिन गडकरी ने चितां जाहिर करते हुए कहा, ‘मैं दिल्ली में दो या तीन दिन रहता हूं। जब आता हूं तो सोचता हूं कब वहां से जाना है। मैं पहले टिकट जाने का निकालता हूं। आप इस को गंभीरता से लो कि दिल्ली में जो प्रदूषण है उस कारण आम आदमी का जीवन कम हो रहा है।’ दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक लेवल को लेकर गडकरी ने कहा, ‘आज यहां ऑक्सीजन का लेवल बहुत ज्यादा है और एक बार जब एयरपोर्ट बन जाएगा और ज्यादा वाहन इस क्षेत्र में एंट्री करेंगे तो पर्यावरण और भी खराब हो सकता है।’
हम जापान से आगे निकल गए – गडकरी
गडकरी ने कहा, ‘जब मैं पहली बार मंत्री बना था, तब भारत ऑटोमोबाइल क्षेत्र में ग्लोबल लेवल पर 13वें या 14वें नंबर पर था। आज, हम जापान से आगे निकल गए हैं और दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं और ऑटोमोबाइल क्षेत्र अर्थव्यवस्था में 22 लाख करोड़ रुपये का योगदान देता है।’ उन्होंने कहा कि इस बढ़ोतरी ने 4.5 करोड़ से ज्यादा युवाओं को रोजगार दिया है।
क्या अपनी ही सरकार के दावों की पोल खोल रहे नितिन गडकरी?
हमें धरती माता का भी सम्मान करना चाहिए- नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने यह भी माना कि देश में पॉल्यूशन के लिए ट्रांसपोर्ट सेक्टर का योगदान भी 40 पर्सेंट है। उन्होंने कहा, ‘हम प्रदूषण के मामले में भी नंबर एक पर हैं। इसलिए हमारा विभाग पौधारोपण और प्रत्यारोपण प्रयासों के माध्यम से इसे कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।’ गडकरी ने कहा, ‘जिस तरह हम अपनी माताओं का सम्मान करते हैं, उसी तरह हमें धरती माता के प्रति भी उतना ही सम्मान दिखाना चाहिए। इस कार्यक्रम का सांस्कृतिक और नैतिक दोनों ही तरह से महत्व है।’
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का किया गया इस्तेमाल
गडकरी ने बताया कि ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का किस तरह से इस्तेमाल किया गया। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत सभी पौधों को ई-टैग किया जाएगा ताकि पेड़ों की लंबे वक्त तक देखभाल हो सके। उन्होंने कहा, ‘इससे हमें एक पौधे के विकास को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। दुनिया तेजी से बदल रही है। अगर हम अभी कार्रवाई नहीं करते हैं, तो हम इस (नोएडा) जैसी जगहों पर मौजूद प्राकृतिक जीवन को खोने का जोखिम उठाते हैं। इसे बचाना हमारा काम है।’ नितिन गडकरी ने मामले का लिया संज्ञान