Indian Air Force Air Strike: भारत के जम्मू-कश्मीर में बीते 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला हुआ था। इस हमले में करीब 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। घटना के कुछ दिनों बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया था। बताया गया कि इस हमले में जैश के ठिकाने तबाह हो गए। हालांकि, मारे गए आतंकियों की संख्या को लेकर काफी विवाद हुआ। अब इस मामले में इटली की पत्रकार ने दावा किया है कि भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हमने में करीब 170 आतंकी मारे गए थे। इतालवी पत्रकार फ्रांसेस्का मारिनो ने कहा कि बालाकोट हमले में जैश के 130 से 170 लोग मारे गए।
इंडिया टुडे टीवी से बात करते हुए इतालवी पत्रकार ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान यह झूठ बोल रहा है कि भारतीय वायु सेना द्वारा किए गए एयर स्ट्राइक में किसी तरह की क्षति नहीं हुई। फ्रांसेस्का मारिनो ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, “जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर भारतीय एयर स्ट्राइक पर दुनिया को धोखा देने की पाकिस्तान की कोशिशों के बावजूद कोशिशों के बावजूद, 26 फरवरी की रात में बालाकोट में जो कुछ हुआ, मुझे अपने स्त्रोत से उसके बारे में कुछ जानकारी मिली है।”
मारिनो ने आगे लिखा कि शिनकरी बेस कैंप से पाकिस्तानी सेना की एक टुकड़ी 26 फरवरी को सुबह 6 बजे के करीब स्ट्राइक वाली जगह पर पहुंची। इसके ठीक ढाई घंटे बाद भारतीय वायुसेना ने आतंकी कैंप पर सफलतापूर्वक बमबारी की थी। सूत्रों के हवाले से इतावली पत्रकार ने कहा कि पाकिस्तानी सेना की एक यूनिट घायलों को शिंकारी में स्थित हरकर-उल-मुजाहिदीन शिविर में पहुंचाया, जहां पाकिस्तान सेना के डॉक्टरों ने उनका इलाज किया। स्ट्राइक में घायल करीब 45 लोगों का इलाज अभी भी चल रहा है। वहीं, 20 लोगों ने इलाज के दौरान ही दम तोड़ दिया था। ऐसे में कुला मिलाकर एयर स्ट्राइक की वजह से करीब 130 से 170 लोग मारे गए। इनमें करीब 11 आतंकियों के प्रशिक्षक थे, जो बम बनाने सहित हथियार चलाने की ट्रेनिंग देते थे।
इतालवी पत्रकार ने यह भी कहा कि जैश के सदस्यों के एक समूह ने भी हमले में मारे गए लोगों के परिवारों का दौरा किया और किसी को जानकारी देने से रोकने के लिए उन्हें नकद मुआवजे की पेशकश की थी। वह यह भी बताती हैं कि पहाड़ी प्रशिक्षण शिविर अभी भी मुजाहिद बटालियन के कप्तान रैंक के अधिकारी के साथ पाकिस्तान सेना के नियंत्रण में है।