Chandrayaan-3 Landing: भारत का चंद्रयान-3 कल शाम 6:04 बजे चांद पर लैंड करने वाला है। यह जानकारी ISRO ने देश के सामने रखी है। स्पेस विज्ञान में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए ISRO की यह खबर काफी उत्सुकता पैदा कर रही है। पूरा देश इस अहम पल का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है। 

लखनऊ ईदगाह के इमाम विद्वान खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा है कि बच्चों ने इस्लामिक सेंटर मदरसे में नमाज अदा की है और चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए दुआ की है। अगर हमारा यह मिशन सफल होता है तो इसे भारत का एक ऐतिहासिक कारनामा माना जाएगा। 

क्या बोले इमाम  खालिद रशीद फिरंगी महली? 

लखनऊ ईदगाह के इमाम विद्वान खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा,” बच्चे यहां साइंस पढ़ते हैं इसलिए उनके मन में इसके बारे में बहुत जिज्ञासा है। मैं हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। बच्चों ने नमाज पढ़कर इसके सफल होने की दुआ की है।  इसरो के सभी वैज्ञानिकों और अधिकारियों को इसके लिए बधाई देता हूं। अगर कल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग सफल होती है, तो भारत ऐसा करने वाला पहला देश होगा।”

अब आगे क्या होने वाला है? 

चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल विक्रम का अगला काम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर खुद को उतारना है और पूरा देश इस पल का इंतज़ार कर रहा है।

  ISRO ने सोमवार को कहा कि चंद्रयान-3 पूरी तरह सुरक्षित है और पूरी तरह से काम कर रहा है और लैंडिंग के दिन किसी भी घटना हो जाने की आशंका अभी तक तो नहीं है। एक बार जब चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह पर पहुंच जाएगा, तो लैंडर विक्रम अपने पेलोड तैनात कर देगा।

चंद्रयान-3 की लैंडिंग का समय 23 अगस्त की शाम साढ़े छह बजे के करीब रखा गया है। इसके लिए ठीक समय 06:04 बजे का रखा गया है। लेकिन सवाल यह है कि आखिर लैंडिंग शाम में क्यों रखी गई है? क्या अंधेरे में लैंडिंग होगी? लेकिन ऐसा नहीं है, जिस समय यहां अंधेरा होगा, चंद्रमा पर उजाला होगा, इसलिए ऐसा वक्त रखा गया है। विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर सूरज की रोशनी से ऊर्जा लेकर चंद्रमा पर रहेंगे। भारत अगर सफलता हासिल कर लेता है अमेरिका, पूर्व सोवितय यूनियन और चीन के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हासिल करने वाला चौथा देश होगा।