ISRO, BARC, SEBI, MEA समेत दर्जन भर संगठनों के 3000 से ज्यादा ई-मेल में सेंधमारी का खतरा पैदा हो गया है। ‘The Quint’ ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि ‘gov.in’ एक्सटेंशन वाले करीब 3,000 सरकारी ई-मेल आईडी के पासवर्ड से छेड़छाड़ की गई है। ये पासवर्ड अब डीप और डार्क वेब पर लीक हुए ई-मेल के डेटा बेस में प्लेन टेक्स्ट के तौर पर मौजूद हैं। जानकारी के मुताबिक कुल 20 सरकारी संगठनों के ई-मेल से छेड़छाड़ की गई है। कई वरिष्ठ अधिकारियों जिनमें पूर्व और वर्तमान राजदूत, वैज्ञानिक और सीनियर ब्यूरोक्रेट्स के ई-मेल आईडी से भी छेड़छाड़ किया गया है।

Independent Cyber Security Researcher से जुड़े खोजकर्ताओं ने बताया है कि जिन ई-मेल आईडी से छेड़छाड़ की गई है उनके पासवर्ड काफी कमजोर हैं। हालांकि अभी यह भी पता नहीं चल सका है कि पासवर्ड से छेड़छाड़ करने वाले कौन हैं और क्या इसके बाद ई-मेल से जरुरी जानकारियां चुराई गई हैं? बताया जा रहा है कि हैकर्स ने Nuclear Technology And Research में काम करने वाले ज्यादातर सीनियर वैज्ञानिकों को टारगेट किया है। यह भी संभव है कि वरिष्ठ अधिकारियों को फर्जी मेल भेजकर उन्हें पहले बरगलाया गया हो और फिर पासवर्ड हासिल किया गया हो। यहां आपको बता दें कि भारत सरकार की ई-मेल नीति के मुताबिक ‘gov.in’ एक्टेंशन वाले ईमेल राज्य या केंद्र शासित प्रदेशों के सिर्फ सरकारी अधिकारियों, मंत्रालयों के अधीन आने वाले विभागों, वैधानिक संस्थाओं और संबंधित स्वायत्त संस्थाओं को ही दिया जाता है।

आपको बता दें कि पिछले 5 सालों में डेटा चोरी की कई गंभीर घटनाएं सामने आई हैं। हैकर्स ने Linkedin, Zomato, Shaadi.com जैसे बड़े वेबसाइटों के डेटा भी चुराए हैं। हैकर्स आम तौर पर साइबर सुरक्षा को तोड़ने के लिए Malicious Software के जरिए हमला करते हैं। इसके जरिए वो रैनसम मांगते हैं और नहीं देने पर निजी जानकारियां लीक करने की धमकी भी देते हैं। हैकर्स ‘Phishing’ भी इसी तरीके से करते हैं और कम्प्यूटर को टारगेट करते हैं।