Israel-Iran War: ईरान ने हसन नसरल्लाह की मौत और लेबनान में हिजबुल्लाह के खात्मे की प्लानिंग करने वाले इजरायल पर मिसाइल अटैक करके दोनों मुल्कों के बीच सीधे युद्ध का संकेत दे दिया है। दोनों ही दुनिया में अहम ताकत रखने वाले देश माने जाते हैं। ऐसे में अगर ईरान-इजरायल के बीच युद्ध होता है, तो इसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ सकता है, जिससे भारत में भी महंगाई बढ़ सकती है, जो भारत आदमी के लिए एक नए दबाव की वजह होगा।

दरअसल, ईरान और इजरायल के बीच अगर सीधा युद्ध होता है तो इसका असर अंतरराष्ट्रीय मार्केट पर पड़ेगा। इस तनाव के चलते जरूरी चीजों का प्रोडक्शन ठप होने के साथ ही उनका सप्लाई चेन प्रभावित हो सकती हैं जिसके चलते उनकी कीमतों में उछाल आ सकता है, जिसका सीधा असर भारत में भी बढ़ती महंगाई के तौर पर दिख सकता है।

क्रूड ऑयल की बढ़ सकती हैं कीमतें

ईरान पेट्रोलियम पदार्थों के कच्चे माल यानी क्रूड ऑयल सप्लाई करने वाला अहम देश है और उसके युद्ध में घिरे होने के चलते क्रूड ऑयल की सप्लाई पर सीधा असर पड़ सकता है, जिसके चलते पेट्रोल-डीजल से लेकर अन्य सभी पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की कीमतों बढ़ सकती है और भारत पेट्रोलियम पदार्थों के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर है, जिसके चलते क्रूड ऑयल की कीमतों का बढ़ना भारत के लिए महंगाई बढ़ने की वजह बन सकता है।

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सोना-चांदी की बढ़ेंगी कीमतें

युद्ध और अन्य वैश्विक त्रासदियों के चलते इन्वेस्टर्स अपना पैसा सोना या चांदी जैसी धातुओं में रखते हैं, जिसके चलते इनकी डिमांड आने वाले समय में तेजी से बढ़ सकती है। भारत पहले से ही सोने चांदी का प्रमुख खरीददार रहा है, जिसके चलते दुनिया में सोने चांदी की डिमांड बढ़ने के बाद भारत में भी इनकी कीमतें आसमान छू सकती हैं।

नेचुरल गैस और इलेक्ट्रिसिटी

ईरान नेचुरल गैस के भी बड़े उत्पादकों में से एक माना जाता है। युद्ध की स्थिति में इसकी भी सप्लाई प्रभावित हो सकती है। इसके चलते भारत समेत यूरीप और पूरे एशिया में बिजली का भारी संकट हो सकता है।\

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फ्रार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स के बढ़ेंगे दाम?

भारत दवाएं बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल का विदेशों से ही इंपोर्ट करता है, जिसके चलते पश्चिम एशिया में सप्लाई चेन प्रभावित होने से फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स की कीमतों में भी इजाफा हो सकता है।

फर्टिलाइजर इंडस्ट्री पर भी दिखेगा फर्क

ईरान उर्वरकों का प्रमुख एक्सपोर्टर देश रहा है। इसके चलते अगर युद्ध होता है तो उसका प्रोडक्शन प्रभावित हो सकता है, नतीजतन कृषि प्रधान माने जाने वाले भारत में फर्टिलाइजरस महंगा हो सकता है, जिसके चलते न केवल खेती करना बल्कि आम आदमी के लिए खाने पीने की चीजें भी महंगी हो सकती है।