श्रीनगर की जामा मस्जिद में मीरवाइज उमर फारूक द्वारा नमाज अदा करने के बाद आईएसआईएस की विचारधारा से प्रभावित युवाओं ने मस्जिद में प्रवेश किया। इन युवाओं ने पहले आईएसआईएस से जुड़े नारे लगाए और फिर आईएस का झंडा फहरा दिया। घटना शुक्रवार की रात की है। जिस समय यह घटना हुई, काफी संख्या में आम लोग भी वहां मौजूद थे। वे सभी इस वाकये से पूरी तरह डर गए। किसी ने इस पूरी घटना का वीडियो बना सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया, जिसके बाद एजेंसियों ने इसकी जांच शुरू कर दी है। बता दें कि मीरवाइज ऑल पार्टीज हुर्रियत कांफ्रेंस (एपीएचसी) के अध्यक्ष और जेआरएल के मुख्य सदस्य हैं। ये हमेशा कश्मीर की आजादी का आवाज उठाने वाले लोगों के पक्ष में रहे हैं।

जामा मस्जिद पर युवाओं द्वारा आईएस का झंडा फहराने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में यह दिख रहा है कि 5 से 10 लोग इस्लामिक स्टेट के समर्थन में नारे लगा रहे हैं। इसके बाद वे आईएस का झंडा भी लहराते हैं। वीडियो देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शहर के सबसे बड़े जामा मस्जिद पर झंडा फहराने से पहले उन्होंने पूरी तरह इसे अपने कब्जे में ले लिया। एक युवक पहले मस्जिद की उस तख्त पर खड़ा होता है, जहां से मीरवाइज शुक्रवार को नमाज अदा करते हैं। युवक आईएस के समर्थन में नारे लगाता है।

गौरतलब है कि जामा मस्जिद जम्मू-कश्मीर की पुरानी मस्जिदों में से एक है। यहां एक बार में करीब 34 हजार लोग नमाज अदा करते हैं। दो साल पहले इसी मस्जिद के बार जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान मोहम्मद अयूब पंडित की हत्या कर दी गई थी। मस्जिद पर आईएस का झंडा फहराने और उसके समर्थन में नारे लगाले का यह पहला मामला नहीं है। वर्ष 2015 के जून महीने में शुक्रवार की नमाज के बाद चेहरे पर मास्क लगाए युवकों का एक समूह आईएसआईएस के झंडे के साथ जामा मस्जिद में दिखा था।

यहां यह भी बता दें कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 26 दिसंबर को आईएसआईएस से प्रेरित संदिग्ध आतंकी समूह का खुलासा करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया था। एजेंसी का कहना था कि वे दिल्ली और उत्तरी भारत के दूसरे हिस्सों में राजनेताओं और सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाते हुए आत्मघाती हमले और बम धमाके करने की साजिश कर रहे थे।