पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई ने दिल्ली, पंजाब और जम्मू कश्मीर में संभावित हमलों के मकसद से लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों के अलावा अपनी सरजमीं पर मौजूद बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स जैसे सिख आतंकवादियों को तैयार किया है।
अधिकारियों ने खुफिया जानकारी के हवाले से कहा कि आईएसआई के कुछ शीर्ष अधिकारियों की हाल ही में पाकिस्तान में जिहादी और सिख चरमपंथी संगठनों के आतंकवादियों के साथ बैठक हुई थी और उन्हें संभावित हमलों के लिए धन दिया गया है।
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पाकिस्तान के अन्य हिस्सों के करीब 15 से 20 आतंकवादियों को सीमा पार शिविरों में लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफिज सईद की मदद से हथियारों और गोला-बारूद के इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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खुफिया जानकारी के अनुसार कुछ आतंकवादियों ने प्रशिक्षण के दौरान खुद को खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के प्रमुख रंजीत सिंह उर्फ नीता की मदद से पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरद्वारे में सिख परंपराओं और गुरमुखी लिपि में पारंगत कर लिया है। उन्हें पंजाब की भौगोलिक स्थिति की भी जानकारी दी गई है।
भारतीय खुफिया तंत्र ने जम्मू कश्मीर और पंजाब में सुरक्षा एजेंसियों को चेतावनी दी है कि इनमें से कुछ आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए पंजाब में घुस गए हो सकते हैं या घुसने वाले हो सकते हैं। खुफिया जानकारी के अनुसार इस तरह के हमलों में इस्तेमाल में लाए जाने के लिए हथियार और गोला-बारूद ट्रकों की चेसिसों में जगह बनाकर और उनमें छिपाकर जम्मू कश्मीर से पंजाब भेजे जा सकते हैं।
यह जानकारी जम्मू कश्मीर सरकार, राज्य में तैनात सेना और केंद्रीय बलों से 24 सितंबर को और पंजाब सरकार, बीएसएफ, सैन्य खुफिया महानिदेशालय तथा पंजाब में सीआरपीएफ इकाइयों से 26 सितंबर को साझा की गई।
