राजधानी दिल्ली में पिछले कई दिनों से तेज बारिश का दौर जारी है। इस बारिश की वजह से कई जगह पानी भरा है, कई जगह जाम लगा है और अब बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। असल में हथनीकुंड बैराज से आज मंगलवार को पानी छोड़ दिया गया है, ऐसे में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में आ चुका है। पहले से ही कहा जा रहा है कि राजधानी के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।

असल में हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर सीजन में पहली बार 3,31,653 क्यूसेक तक पहुंच चुका है। बैराज के सभी 18 गेट भी खोलने पड़े हैं। इस समय पानी तेजी से दिल्ली की ओर बढ़ रहा है, आसपास के इलाकों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इस समय औसतन तीन लाख क्यूसेक पानी हर घंटे छोड़ा जा रहा है। इसी वजह से कहा जा रहा है कि यमुना नदी जल्द ही खतरे का निशान पारक कर जाएगी।

अभी के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के मुताबिक सरकार ने पूरी तैयारी कर रखी है। उनके मुताबिक यमुनाबढ़ क्षेत्र में पानी जरूर बढ़ेगा लेकिन शहर में बाढ़ जैसी स्थिति नहीं बनने दी जाएगी। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि जितना पानी दिल्ली पहुंचेगा, उसी अनुमात में उसे आगे भी छोड़ा जाएगा। वैसे इस बीच दिल्ली वालों को साल 2023 याद आ रहा है जब असल में राजधानी ने एक भयंकर बाढ़ देख ली थी।

असल में 2023 में 10 जुलाई को शाम तीन बजे के करीब यमुना का जलस्तर 205.10 मीटर तक जा पहुंचा था। उस समय हथिनीकुंड बैराज से 2,15,677 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, उस वजह से अगले ही राजधानी में बाढ़ आ गई थी, कई इलाके पूरी तरह जलमग्न हो गए थे। अब फिर वैसी स्थिति बनती दिख रही है, प्रशासन अलर्ट जरूर है, लेकिन फ्लड एरिया के पास रह रहे लोगों की चिंताएं बढ़ चुकी हैं।