हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने वाले लोगों को अतिरिक्त सुविधाओं का लाभ मिल सकता है। इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRDA) ने इस संबंध में एक मसौदा प्रस्ताव तैयार किया है।

प्रस्ताव के अनुसार हेल्थ इंश्योरेंस में ओपीडी में इलाज और दवाओं, फार्मास्युटिक्लस, हेल्थ चेकअप्स और डायग्नोस्टिक्स के साथ ही जिम और योगा सेंटर में डिस्काउंट वाउचर्स को शामिल किया जाएगा। इरडा के मसौदा दिशानिर्देशों के अनुसार हेल्थ इंश्योरेंस में नई चीजों को शामिल कर स्वास्थ्य सेवाओं को पहले से और बेहतर किया जाएगा।

इरडा की तरफ से प्रोटीन सप्लिमेंट्स और अन्य हेल्थ बूस्टर्स के लिए रिडीम किए जा सकने वाले वाउचर्स का भी प्रस्ताव किया गया है। यह प्रस्ताव फिटनेस एक्टिवटी में शामिल उन लोगों के लिए है जो किसी योगा सेंटर या जिम से जुड़े हैं। इरडा के पूर्व सदस्य केके श्रीनिवासन ने बताया कि नई प्रस्ताव में पॉलिसी होल्डर्स को सीधे इन्सेन्टिव देने का प्रस्ताव है।

इसमें कुछ इंश्योरेंस वाले व्यक्तियों को पैकेज में हेल्थ चेकअप और डायग्नोस्टिक्स भी ऑफर किया जा सकता है। मसौदा नियम के अनुसार बीमा कंपनी थर्ड पार्टी के मर्चेंडाइज के लोगों या नाम को प्रकाशित नहीं कर सकती है। वह उस प्रोडक्ट या सेवा देने वाले का जेनेरिक टर्म का प्रयोग कर सकती है।

आईआरडीएआई ने कहा कि फैमिल फ्लोटर प्लांस के मामले में बीमा कंपनी को यह स्पष्ट रूप से परिभाषित और इस बात का खुलासा करना होगा कि बीमा में कवर होने वाले लोगों को किस तरह का वेलनेस बेनिफिट मिलेगा। इसके अलावा पॉलिसी कॉन्ट्रेक्ट के बारे में साफ तौर पर बताना होगा कि पॉलिसी के रिन्यू होने की स्थिति में बेनिफिट को कैरी फॉरवर्ड किया जा सकता है या नहीं। इसके अलावा कंपनी को अपनी तरफ से ऑफर किए जाने वाले बेनिफिट की वैलिडिटी की अवधि की भी जानकारी देनी होगी।

मालूम हो कि वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान बीमा कंपनियों ने हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम से 37,029 करोड़ रुपये अर्जित किए थे। प्रीमियम अर्जित करने की दर में साल 2016-17 के मुकाबले 21.8 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, दिल्ली यूटी और गुजरात की कुल प्रीमियम की राशि में भागीदारी 68 फीसदी थी।