IRCTC, Indian Railways Operation Thunder News: रेल यात्रियों को अब कन्फर्म टिकट मिलने की गुंजाइश बढ़ेगी, क्योंकि भारतीय रेलवे ने इसके लिए हाल ही में अहम कदम उठाया है। रेलवे ने ऑपरेशन थंडर शुरू किया है, जिससे अवैध टिकट बुकिंग पर नकेल कसी जाएगी। दरअसल, पीक सीजन के दौरान बीते कुछ समय में ई-टिकेटिंग और तत्काल बुकिंग के जरिए फर्जी तरीके से महंगे दामों पर टिकटों की कालाबाजारी के खेल के कई मामले सामने आए। रेलवे ने इन्हीं का संज्ञान लेते हुए टेक्निकल और आईटी सेल की मदद से ऑपरेशन थंडर लॉन्च किया, जिसके तहत वे संदिग्ध एजेंट चिह्नित किए जाएंगे, जो चंद पैसों के लिए ऐसे गलत तरीके अपनाते हैं।
रेलवे ने इसी बीच ऐसे संदिग्ध एजेंट्स की हरकतों पर जानकारी जुटाई और विस्तृत कार्य योजना तैयार की। रेलवे ने देशभर में उसी दिन ढेर सारी जगहों पर एजेंट्स के यहां छापेमारी भी की। 13 जून, 2019 को इस ऑपरेशन के जरिए आरपीएफ की विभिन्न टीमों ने देश के 205 शहरों में 338 जगह छापे मारे थे। इन छापेमारी में जो प्रमुख बातें रेलवे के सामने निकल कर आईं, वे इस प्रकार हैं:
– टिकट की कालाबाजारी के इस खेल में लगभग 387 दलाल शामिल पाए गए।
– आरपीएफ ने 36 लाख 91 हजार 580 रुपए के 22 हजार 253 टिकटों को जब्त किया। इन टिकटों का इस्तेमाल किया जाना बाकी था।
– ये दलाल तकरीबन 3 करोड़ 79 लाख दो हजार 803 रुपए के रेल टिकटों को अवैध तरीके से बेच चुके थे।
– रेलवे ने इसके चलते उन सभी संदिग्ध यूजर आईडी को ब्लैकलिस्ट कर दिया है, जिनसे बार-बार इस तरह से टिकट बनवाए जा रहे थे। साथ ही बरामद किए गए टिकट निष्क्रिय कर दिए गए।
– आरपीएफ ने ऑपरेशन के दौरान राजस्थान के कोटा से अवैध सॉफ्टवेयर एएनएमएस/रेड मिर्ची को भी सीज किया।
– भारतीय रेल ने इसके अलावा अपने सभी जोन्स को ऐसे तत्वों (दलालों) पर लगातार दबाव बनाने और इस तरह की स्पेशल रेड व ऑपरेशन चलाने के निर्देश भी दिए हैं।
– रेल यात्री अक्सर ट्रेन टिकटें न मिलने को लेकर शिकायतें करते थे, पर रेल टिकटों के इस खेल पर लगाम लगने के बाद आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए टिकट (तत्काल भी) बुक होने की अधिक संभावना रहेगी।