भारतीय रेलवे कोरोना वायरस को देखते हुए सोशल डिस्टेंशिंग का पालने करने और ट्रेनों में भीड़भाड़ कम करने के लिए अब वेस्टर्न रेलवे 150 नई ट्रेन चलाने जा रहा है। वेस्टर्न रेलवे 350 ट्रेन पहले से ही चला रहा है अब 150 ट्रेन और चलाने जा रहा है। यह ट्रेनें 21 सितंबर से चलनी शुरू हो जाएंगी। इनके अलावा भारतीय रेलवे ने 21 सितंबर से 20 जोड़ी क्लोन ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। इनमें से ज्यादातर ट्रेनें बिहार के लिए हैं। जबकि इन ट्रेनों के 19 जोड़े के टिकट हमसफर एक्सप्रेस की दरों के अनुसार होंगे, लखनऊ और दिल्ली के बीच क्लोन ट्रेन जनशताब्दी एक्सप्रेस की दरों के बराबर होगी।
रेलवे अधिकारियों की मानें तो, क्लोन ट्रेनें वर्तमान में चल रहीं 310 जोड़ी ट्रेनों के अलावा हैं। इन 40 ट्रेनों में सबसे ज्यादा 22 ट्रेन बिहार को या तो जाएंगी या वहां से यात्रियों को लेकर जाएंगी या यूं कहें की वहां से खुलेंगी। यही नहीं इसके अलावा भी कई ट्रेनें बिहार से होकर चलेंगी। इंडियन रेलवे देशभर में मौजूद अपने करीब 7000 रेलवे स्टेशनों में से करीब 1000 स्टेशनों पर यूजर चार्ज लगाने की योजना बना रहा है। ऐसा होने पर ट्रेन का टिकट महंगा हा जाएगा। यह चार्ज एयरपोर्ट की तरह होगा। दिल्ली मुंबई की तरह बड़े स्टेशनों पर ऐसा संभव है लेकिन यूजर फीस कितनी होगी ऐसा अभी तक तय नहीं किया गया है।
एयरलाइसं कंपनियों की तर्ज पर प्राइवेट ट्रेनें भी अपना किराया खुद तय कर सकेंगी। देश में प्राइवेट ट्रेनें शुरू होने के बाद सरकार उन ट्रेनों को आपरेट करने वाली कंपनियों को इस तरह की छूट देने जा रही है। भारत के रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वीके यादव ने बताया कि निजी कंपनियों को प्राइवेट ट्रेनों के लिए अपनी तरह से किराया तय करने की छूट होगी। हालांकि उन रूट पर अगर एसी बसें और प्लेन की भी सुविधा है तो किराया तय करने के पहले कंपनियों को इस बात का ध्यान रखना होगा।
