इराक के एक मालवाहक पानी जहाज पर पाकिस्तानी और सीरियाई नागरिकों के सवार होने के कारण जहाज के चालक दल के सदस्यों को कथित तौर पर करवार बंदरगाह पर उतरने की अनुमति नहीं दी गई। बंदरगाह के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार उन्हें वापस भेज दिया गया है। अधिकारियों ने यह निर्णय हाल में पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद जारी किए गए बंदरगाह सुरक्षा निर्देशों के मद्देनजर लिया है।
बंदरगाह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह जहाज इराक के अल जुबैर से तारकोल लेकर कारवार बंदरगाह पहुंचा था। जहाज के चालक दल में 15 भारतीय, एक पाकिस्तानी और दो सीरियाई नागरिक शामिल थे। बंदरगाह के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार सामान्य निरीक्षण प्रक्रिया और बढ़ी हुई सतर्कता के कारण जहाज में पाकिस्तानी और सीरियाई नागरिकों की मौजूदगी की वजह से बंदरगाह के अधिकारियों और तटीय सुरक्षा पुलिस को सुरक्षा उपायों के तहत यह कार्रवाई करनी पड़ी।
सुरक्षा पुलिस ने चालक दल के सभी मोबाइल को कब्जे में लिया
अधिकारियों ने बताया कि जहाज के कप्तान के माध्यम से चालक दल के सदस्यों के मोबाइल फोन कब्जे में ले लिए गए थे, ताकि वे बाहर किसी से संपर्क न कर सकें और वे पाकिस्तानी और सीरियाई नागरिक जहाज पर ही दो दिन तक कैद रहे जब माल उतारा जा रहा था। निर्देशों के अनुसार, जहाज चालक दल के सदस्यों के साथ भारतीय जल क्षेत्र से बाहर चला गया है।
बंदरगाह के अधिकारी ने कहा, “हालांकि अंतरराष्ट्रीय मालवाहक जहाजों के चालक दल में अक्सर विभिन्न देशों के लोग होते हैं, लेकिन उन्हें भारतीय बंदरगाहों पर विशेष अनुमति के बिना उतरने की इजाजत नहीं होती। मौजूदा सुरक्षा हालात को देखते हुए इस मामले में भी मानक सुरक्षा पाबंदियों को लागू किया गया।”
पत्रकारों से बातचीत के दौरान तटीय सुरक्षा पुलिस निरीक्षक निश्चल कुमार ने पुष्टि की, “संबंधित व्यक्तियों को मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने का निर्देश दिया गया था और उन्हें जहाज के साथ वापस भेज दिया गया। तटीय निगरानी को और कड़ा कर दिया गया है और समुद्र तट के संवेदनशील क्षेत्रों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।” (इनपुट – भाषा)