तेलुगू देशम पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और आंध्र प्रदेश के HRD, IT, इलेक्ट्रॉनिक्स और रियल-टाइम गवर्नेंस मंत्री नारा लोकेश ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने आंध्र प्रदेश गवर्नेंस, प्रदेश के फाइनेंशियल स्टेट्स और मोदी सरकार के साथ रिश्तों से जुड़े सवालों का जवाब दिया। इस सेशन को इंडियन एक्सप्रेस की संपादक (पॉलिटिक्स) निखिला हेनरी ने मोडरेट किया।

सवाल: चंद्रबाबू नायडू कई बार पीएम मोदी और अमित शाह से मिलने दिल्ली आए, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। जगन सरकार के दौरान वह जेल में भी रहे। अब वक़्त बदल गया है और आप सरकार में हैं। आपको कैसा लग रहा है?

जवाब: हम अपनी जीत को उसी तरह लेते हैं, जिस तरह हम अपनी हार को लेते हैं, बहुत संतुलन के साथ। आंध्र प्रदेश के लोग बहुत दयालु रहे हैं और उन्होंने हमें एक अद्भुत जीत दिलाई है और उनकी उम्मीदों को पूरा करना जरूरी है। हां, मैं दिल्ली में था जब नायडू को गिरफ्तार किया गया था। आज भी अगर आप जगन (पूर्व सीएम) से पूछें कि क्या आपके पास कोई सबूत है, तो वह जवाब नहीं दे पाएंगे। यह सिर्फ प्रताड़ना थी। जिसे लोगों ने समझा और हमें एक शानदार जनादेश दिया। हमें अब राज्य को सही दिशा में ले जाने, कानून और व्यवस्था को वापस लाने, पूरी अर्थव्यवस्था को बढ़ाने और रोजगार पैदा करने की जरूरत है। यही हमारा एजेंडा है। राजनीति टी20 नहीं है, यह एक टेस्ट मैच है। इसके लिए बहुत धैर्य और सहनशक्ति की जरूरत होती है।

सवाल: अब जबकि आप एनडीए का हिस्सा हैं और भाजपा के सहयोगी हैं, क्या आपको लगता है कि राजनीतिक निर्णयों के मामले में आप उनसे अधिक राजनीतिक फायदा उठा पाएंगे?

मूल रूप से टीडीपी भाजपा की सहयोगी रही है और यह वाजपेयी जी के समय से चली आ रही है। तब भी हमारा समर्थन बिना शर्त रहा है और हम भाजपा को बिना शर्त समर्थन देना जारी रखेंगे। बेशक, वैचारिक तौर पर हमारी अपनी अपनी राय और समझ है लेकिन मुद्दों का समाधान करने के लिए हम बैठ सकते हैं।

सवाल: साल 2018 में आपने NDA का साथ छोड़ दिया था। आपने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव भी पेश किया। लेकिन आप बार-बार कह रहे हैं कि एनडीए सरकार को आपका समर्थन बिना शर्त है। ऐसा क्या बदल गया?

उस वक्त कुछ विवादास्पद मुद्दे थे जिन पर हम असहमत थे और निश्चित रूप से हमने इस पर लड़ाई लड़ी और अलग हो गए। एक नया राज्य होने के नाते हमें निश्चित रूप से केंद्र सरकार के समर्थन की जरूरत है। इसलिए हम राष्ट्रीय गठबंधन का हिस्सा बनने की जरूरत महसूस करते हैं और बदले में हमारे राज्य के विकास के लिए हमें पूरा समर्थन मिलेगा।

सवाल: आप खुद एक एजुकेशनिस्ट हैं, क्या आपके सामने आंध्र प्रदेश के युवा छात्रों के लिए कोई शैक्षणिक परियोजनाएं हैं?

जवाब: मैं यह देखने की कोशिश कर रहा हूँ कि कल के लिए नहीं बल्कि परसों के लिए किन योजनाओं की आवश्यकता है। और वे कौन से क्षेत्र हैं जहाँ आप विकास देखने जा रहे हैं। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि AI का दौर है। हम आंध्र प्रदेश को भारत की AI राजधानी बनाने के लिए कदम उठा रहे हैं और उत्साहित हैं। मैंने KG से PG तक के पूरे पाठ्यक्रम को देखने के लिए खुद को 100 दिन का समय दिया है। हम इस पर काम कर रहे हैं।