चंडीगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष दीपा दुबे सहित 38 से अधिक नेताओं ने कथित तौर पर पूर्व सांसद पवन बंसल को दिखाए गए अनादर को लेकर सोमवार को पार्टी की स्थानीय इकाई से इस्तीफा दे दिया। वह लोकसभा चुनावों में इस निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतरने की उम्मीद कर रहे थे। ये लोग कथित तौर पर नेता मनीष तिवारी को सीट से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस के चंडीगढ़ प्रमुख एचएस लकी की ओर से शेयर किए गए एक इंस्टाग्राम पोस्ट से नाराज हैं।

मनीष तिवारी को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है

पोस्ट में कहा गया है, “पवन बंसल के साथ हो गया खेल… मनीष तिवारी चंडीगढ़ से उम्मीद… कांग्रेस पार्टी ने घोषित किया नाम… बधाई हो, कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद एचएस लकी, मनोज लुबाना भाई जिंदाबाद (पवन बंसल ने धोखा दिया… मनीष तिवारी को चंडीगढ़ से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया गया…बधाई हो, कांग्रेस जिंदाबाद, एचएस लकी, मनोज लुबाना जिंदाबाद।)” इसके साथ तिवारी, लकी और पार्टी की युवा शाखा के अध्यक्ष लुबाना की तस्वीर भी थी।

पार्टी अध्यक्ष बोले- हम सभी एक परिवार हैं

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए लकी ने स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की। “मैं बंसल जी का दिल से सम्मान करता हूं… यह बिल्कुल सच नहीं है कि मेरे मन में उनके लिए कोई सम्मान नहीं है। मेरा इंस्टाग्राम हैंडल अन्य लोग मैनेज करते हैं। मैंने वह भी नहीं पढ़ा है जो पोस्ट किया गया है।” उन्होंने कहा, “हम सभी एक परिवार हैं…यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे शादी में फुफड़-बुआ नाराज़ होते हैं…पर सब मान जाते हैं।”

इस्तीफा देने वालों ने पूछा कैसा सम्मान है

इस्तीफा देने वाले नेताओं में ब्लॉक अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष और अन्य प्रमुख सदस्य शामिल हैं। इस बीच, दुबे ने कहा कि इस्तीफे बंसल के प्रति दिखाए गए अनादर के कारण हैं। उन्होंने पूछा, “चंडीगढ़ के निर्माण में योगदान देने वाले एक पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, उसके कारण हमने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पूरे शहर में उनका सम्मान है, लेकिन कांग्रेस प्रमुख ‘खेल हो गया’ जैसे पोस्ट फॉरवर्ड कर रहे हैं…यह किस तरह का सम्मान है।”

चंडीगढ़ से लोकसभा चुनाव के लिए मनीष तिवारी को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद से कांग्रेस के भीतर विरोध प्रदर्शन चल रहा था। बंसल टिकट के लिए प्रयास कर रहे थे और सूत्रों ने कहा कि उन्होंने प्रचार भी शुरू कर दिया है और घोषणापत्र पर काम कर रहे हैं। इससे पहले बंसल के समर्थक तब नाराज हो गए थे, जब लकी ने दिल्ली में पार्टी की पोल पैनल की बैठक में कहा था कि चंडीगढ़ को “एक नए चेहरे की जरूरत है” क्योंकि बंसल को पिछले आठ लोकसभा चुनावों में मैदान में उतारा गया था, और 2014 के बाद से पिछले दो चुनाव हार गए थे।

बंसल के समर्थकों के लिए आखिरी झटका सोमवार को आया जब पोस्ट लकी के हैंडल से फॉरवर्ड किया गया। दीपा ने कहा, “किसी भी स्थिति में, हम लकी के साथ मंच साझा नहीं करेंगे।” रविवार को, कांग्रेस के महासचिव ने यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि “बाहरी लोगों को स्वीकार नहीं किया जाता है।”

इस बीच, मनीष तिवारी रविवार शाम चंडीगढ़ पहुंचे और सोमवार को कांग्रेस भवन गए जहां पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। उन्होंने उनसे बातचीत की और कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रत्येक का योगदान अमूल्य होगा।