देशभर में महंगाई ने लोगों का बजट बिगाड़ रखा है तो वहीं अप्रैल में महंगाई से लोगों को एक और बड़ा झटका लगा है। अप्रैल में महंगाई दर अपने 8 साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) आधारित रिटेल महंगाई दर 7.79 फीसदी तक पहुंच गया है और ऐसा पिछले 8 सालों में पहली बार हुआ है। गुरुवार को यह आंकड़े जारी किए गए हैं।

रिटेल महंगाई दर के बढ़ने के कारण इसका असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। तेल से लेकर खाने-पीने की चीजें भी महंगी हो गई है। महंगाई बढ़ने के कारण लोग अब खरीदारी कम कर रहे हैं। वही कंपनियां भी अब मार्केट में अपने सामान को बेचने के लिए अलग-अलग तौर-तरीके अपना रही हैं। कई कंपनियों ने अपने सामानों के दामों में बढ़ोतरी नहीं की है। लेकिन अगर गौर से देखेंगे तो आप पाएंगे कि सामान के वजन को कम कर दिया गया है।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार कोलगेट का 10 रुपए वाला पेस्ट का वजन 18 ग्राम हो गया है जबकि पहले ये 25 ग्राम का था। वहीं लोकप्रिय पारले जी बिस्किट में भी दो बिस्किट अब कम हो गए हैं। पहले 5 रुपए के पैकेट में 13 बिस्किट होते थे जबकि अब इसमें 11 बिस्किट कर दिया गया है। हिंदुस्तान युनिलीवर लिमिटेड, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज समेत कई कंपनियों ने दाम में तो कोई बढ़ोतरी नहीं की है, लेकिन सामान के वजन को कम कर दिया है।

बता दें कि यह लगातार चौथा महीना है जब रिटेल महंगाई दर लगातार बढ़ रही है। इसके पहले जनवरी महीने में रिटेल महंगाई दर 6.1% थी, जबकि फरवरी में बढ़कर 6.7% पर पहुंच गई। मार्च महीने में रिटेल महंगाई दर 6.95% पर पहुंच गई। तो वहीं अप्रैल में पिछले 8 साल के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 7.79% पर पहुंच गई। पिछले साल अप्रैल महीने में रिटेल महंगाई दर 4.23% थी।

वहीं महंगाई बढ़ने के कारण लोगों का बुरा हाल है। अभी लोग कोरोना से ही नहीं उबर पाए हैं कि अब महंगाई ने उनकी समस्याओं को बढ़ा दिया है। हाल ही में एक रिपोर्ट आई थी कि महंगाई के कारण लोगों ने सामानों की खरीदारी भी कम कर दी है।