भारतीय रेलवे की तरफ से पर्यटन को बढावा देने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसी के कड़ी में सिलीगुड़ी में पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की तरफ से ‘जंगल टी सफारी’ टॉय ट्रेन शुरुआत की गयी है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिविजन के एडीआरएम संजय चिलवरवर ने बताया कि टॉय ट्रेन सिलीगुड़ी से रोंगटोंग तक चलेगी।

खबरों के अनुसार यह ट्रेन प्रतिदिन दोपहर 2 बजकर 45 मिनट पर सिलीगुड़ी जक्शन से रवाना होगी। इस ट्रेन के माध्यम से पर्यटक जंगलों और चाय बागानों की सुंदरता का आनंद उठा सकेंगे। बताते चलें कि इससे पहले पिछले ही सप्ताह सिलीगुड़ी में विस्टाडोम कोच को लॉन्च किया गया था। यह न्यू जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार के बीच सप्ताह में 3 दिन चलेगी। यह भारतीय रेलवे का सबसे उन्नत कोच है। इसमें 360-डिग्री देखने की सुविधा और अन्य सुविधाएं हैं।

भारतीय रेलवे की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई की ओर से तैयार किए गए विस्टाडोम कोच पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए यूरोपियन स्टाइल में डिजाइन किया गया है। इसमें यात्रियों को बाहर के नजारे दिखाने के लिए कोचों में बड़ी कांच की खिड़कियां और कांच की छत तैयार की गई है। इसके अलावा इसमें ऑब्जर्वेशन लाउंज की सुविधा भी दी गई है। इसके साथ यात्रियों के लिए तीन तरफ घूमने वाली सीट्स भी हैं, जो कि पूरे 180 डिग्री तक रोटेट हो सकती हैं। यात्री 360 डिग्री तक देख सकते हैं।

बताते चलें कि भारतीय रेलवे लगातार बदलाव कर रही है। देशभर में चलने वालीं आठ हज़ार से ज्यादा ट्रेनों का समय बदला जाएगा। ऐसा करने से ट्रेन की स्पीड बढ़ेगी और समय भी बचेगा। इस दौरान कई ट्रेन बंद भी हो जाएगी।भारतीय रेल ने इसका नाम ‘जीरो बेस्ड टाइम टेबल’ रखा है। पिछले डेढ़ साल से इसपर काम चल रहा है। कोरोना काबू में रहा तो इसे 2022 में पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा। लॉकडाउन में ट्रेनें बंद होने का फायदा उठाते हुए रेलवे ने आईआईटी मुंबई के साथ मिलकर नई समय सारिणी बनाई है। इसे ऐसे तैयार किया गया है जिससे न केवल ट्रेनों की स्पीड बढ़ेगी बल्कि संचालन समय घटेगा। इसके चलते देशभर में चलने वाली करीब 8202 यात्री ट्रेनों के समय में 5 से 1.30 घंटे तक का बदलाव होगा।