Indian Railways: सरकारी संस्थानों की बात करें तो भारतीय रेलवे  रोजगार देने के मामले में सबसे अव्वल रहा है।  लाखों लोगों के रोजगार का साधन बन चुकी भारतीय रेलवे  जमीन के मालिकाना हक के मामले में भी पीछे नहीं है। दरअसल एक आरटीआई के जवाब में पता चला है कि रेलवे के पास छोटो-मोटे राज्यों के क्षेत्रफलों से भी काफी ज्यादा जमीन है। एक आरटीआई के जवाब में रेलवे के मुताबिक रेलवे देश में लगभग 4.77 लाख हेक्टेयर जमीन का मालिक है।

दिलचस्प  बात है यह कि  ये क्षेत्रफल राजधानी दिल्ली के क्षेत्रफल से ज्यादा है। यही नहीं गोवा का क्षेत्रफल भी रेलवे की  कुल जमीन से कम है।  यह आंकड़े तीन मार्च 2018 तक के हैं। रेलवे का जमीन पर यह मालिकाना हक भारत के कई राज्यों से 22 प्रतिशत बड़ा है। गोवा का कुछ क्षेत्रफल 3.7 लाख हेक्टेयर है।

वहीं दिल्ली का कुछ क्षेत्रफल 1.48 लाख हेक्टेयर है। आरटीआई के जवाब में हालांकि की भारतीय रेलवे ने यह स्पष्ट किया है कि यह आंकड़े राज्यवार नहीं है। साल 2017 में रेलवे के पास 31,063 पार्सल थे जो 2.92 लाख हेक्टेयर में फैला था। गवर्मेंट लैंड इंफॉर्मेंशन सिस्टम पर साल 2017 में यह जानकारी अपलोड की गई थी।जानकारी के मुताबिक 30 मार्च 2018 तक रेलवे की 844.38 हेक्टेयर जमीन पर अवैध अतिक्रमण है। रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया कि अतिक्रमण का रेलवे राज्यवार ब्यौरा रखता है।