Train 18 Vande Bharat Express: भारत की सबसे तेज ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ पर फिर से पत्थर फेंकने का मामला सामने आया है। दो महीने के भीतर इस ट्रेन पर पत्थर फेंकने की यह तीसरी घटना है। बुधवार को ट्रेन नई दिल्ली से कानपुर की तरफ जा रही थी, इसी दौरान टुंडला के पास उसके शीशों पर पत्थर फेंका गया। इस घटना में किसी यात्री कोई चोट तो नहीं आई, लेकिन ट्रेन की खिड़की का शीशा टूट गया।
वंदे भारत एक्सप्रेस का जब ट्रायल रन चल रहा था तब पिछले साल 20 दिसंबर को इस पर पहली बार पत्थर फेंके गए थे। इसके बाद इसी महीने 2 फरवरी को भी इस पर पत्थर फेंके गए। वंदे भारत एक्सप्रेस को ट्रेन-18 के नाम से जाना जाता है। 15 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे हरी झंडी दिखाई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब पत्थर फेंकने की पहली घटना सामने आई थी, तब रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स ने उन इलाकों में खास मुहिम चलाई थी, जहां से ऐसी घटनाएं सामने आई थीं। जांच में पता चला कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने में छोटे बच्चे शामिल हैं।
गौरतलब है कि इस ट्रेन को लेकर राजनीति भी खूब होती रही है। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे अपने शासनकाल में हो रही तरक्की का उदाहरण बताया, तो वहीं राहुल गांधी ने इस ट्रेन के ब्रेक-डाउन होने पर मेक-इन-इंडिया और मोदी सरकार का मजाक उड़ाया था। राहुल गांधी ने कहा था, “मोदी जी, मेक-इन-इंडिया पर गंभीर रूप से दोबारा सोचने की जरूरत है। अधिकांश लोगों का मानना है कि यह फेल हो चुका है। मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि कांग्रेस इस बारे में गहराई से सोच रही है कि कैसे किया जाएगा।”
Modi ji, i think Make in India needs a serious rethink. Most people feel it has failed. I assure you we in the Congress are thinking very deeply about how it will be done. https://t.co/3jKBOzEmE3
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 16, 2019
राहुल के इस तंज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पलटवार किया और कहा, “हमें वंदे भारत एक्सप्रेस बनाने वाले इंजीनियरों पर गर्व है। इंजीनियरों और तकनीशियनों को अपमानित करना उचित नहीं है। ऐसे लोगों को माफ नहीं किया जा सकता।