नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अभी भी साल 2019 के स्तर से नीचे है। बनर्जी ने अर्थव्यवस्था को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की और कहा कि लोग अभी आर्थिक तौर पर बेहद मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री की टिप्पणी के बाद भाजपा के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर इसी बहाने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके विश्लेषण को तो पीएम मोदी खारिज नहीं कर सकते हैं न।
सुब्रमण्यम स्वामी ने अभिजीत बनर्जी की इस टिप्पणी वाले एक लेख को शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा, ”मोदी ने उन्हें अपने आवास पर बुलाया था। अब वह उनके विश्लेषण को नकार नहीं सकते हैं। दरअसल, भाजपा सांसद पिछले कुछ समय से लगातार मोदी सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना करते रहे हैं।
कोरोना काल में भारतीय अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने कई बार मोदी सरकार को घेरा है, जिसके बाद अपने ही सांसद द्वारा सवाल उठाने से भाजपा विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है।
दरअसल, अभिजीत बनर्जी शनिवार को अहमदाबाद यूनिवर्सिटी के 11वें दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। अभिजीत बनर्जी ने हाल ही में पश्चिम बंगाल की यात्रा के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया। अभिजीत बनर्जी के मुताबिक, लोगों की छोटी आकांक्षाएं अब और भी छोटी हो गई हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों में पिछले दिनों कुछ वक्त गुजारा था।
अर्थशास्त्री ने कहा, ”मुझे लगता है कि हम बहुत मुश्किल दौर में हैं। 2019 की तुलना में अर्थव्यवस्था अभी भी काफी नीचे है। हम नहीं जानते कि कितना नीचे है,लेकिन यह काफी नीचे है और मैं किसी को दोष नहीं दे रहा, मैं बस इतना कह रहा हूं।” उन्होंने छात्रों से कहा कि वे अपने करियर का चयन करते समय परिवार और समाज के दबाव में न आए क्योंकि देश को आपसे बहुत उम्मीदें हैं।
बनर्जी ने यह भी बताया कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अपने छात्र जीवन के दौरान उन्होंने तिहाड़ जेल में 10 दिन बिताए थे। उन्होंने कहा, ”जब मैं जेएनयू छोड़कर हार्वर्ड जाने वाला था, मैं एक छात्र आंदोलन में शामिल हुआ था और फिर मुझे तिहाड़ जेल ले जाया गया और वहां दस दिनों तक रखा गया। जब मैं बाहर आया, तो बहुत से बुजुर्गों ने मुझसे कहा कि मैंने अपना करियर बर्बाद कर दिया है, और हार्वर्ड या यूएस आपको घुसने नहीं देंगे।”