भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के शीर्ष अधिकारियों ने आज कश्मीर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना के अधिकारियों ने खुलासा करते हुए बताया कि आतंकी अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। सेना के अधिकारियों ने ये भी बताया कि इस साजिश में पाकिस्तानी भी शामिल है और कुछ आतंकियों के पास से जब्त किए गए हथियारों में पाकिस्तानी सेना की लैंड माइन और यूएस मेड गन रिकवर की गई है। इससे पता चलता है कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में शामिल है और इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक पाकिस्तान कश्मीर में अशांति फैलाना चाहता है।

सेना के अधिकारियों के अनुसार, आतंकियों के पास जो लैंड माइन बरामद हुई है, वह पाकिस्तान की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बनी है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अधिकारियों ने कश्मीर घाटी की माताओं-बहनों से भी अनुरोध करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों को पत्थरबाजी से दूर रखें। उन्होंने बताया कि आतंकी घटनाओं में शामिल होने वाले लड़कों में 83% पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल थे।

सैन्य अधिकारी केजेएस ढिल्लन ने कहा कि मैं सभी माताओं से अपील करता हूं कि यदि आज आपका बच्चा 500 रुपए के लिए सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंकता हैं तो वह कल को आतंकी भी बन सकता है।

सेना की चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि एलओसी पर फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ की कोशिशों को सफलतापूर्वक नाकाम किया जा रहा है। जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि घाटी और जम्मू क्षेत्र में सक्रिय आतंकियों की संख्या में कमी आयी है।

सीआरपीएफ के आईजी जुल्फिकार हसन ने बताया कि अमरनाथ यात्रा कई धमकियों के बावजूद शांतिपूर्वक जारी है। अमरनाथ यात्रा को बाधित करने के लिए कई गंभीर कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन सुरक्षाबलों की मुस्तैदी, तकनीक और स्थानीय लोगों के सहयोग से इससे सफलतापूर्वक बचाव किया जा रहा है।