तनिलनाडु के कुन्नूर में 8 दिसंबर को दुर्घटनाग्रस्त हुए हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 लोगों की जान चली गई थी। जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य जवान शामिल थे। वहीं हेलिकॉप्टर में सवार ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का हादसे के बाद से इलाज चल रहा था। बता दें कि 15 दिसंबर बुधवार की सुबह वरुण सिंह का निधन हो गया।
इसको लेकर भारतीय वायुसेना ने आधिकारिक जानकारी दी कि बहादुर ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की सूचना देते हुए भारतीय वायुसेना को गहरा दुख है। उनकी आज सुबह मृत्यु हो गई। भारतीय वायुसेना उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करती है और उनके शोक संतप्त परिवार के साथ मजबूती से खड़ी है।
राष्ट्रपति ने जाहिर की शोक संवेदना: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के ट्विटर अकाउंट से लिखा गया, “यह जानकर दुख हुआ कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने जीवन के लिए एक योद्धा की तरह लड़ाई लड़ने के बाद अंतिम सांस ली। हेलिकॉप्टर दुर्घटना में बुरी तरह घायल होने के बावजूद उन्होंने वीरता और अदम्य साहस का परिचय दिया। राष्ट्र उनका आभारी है। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं।”
पीएम मोदी ने जताया दुख: वरुण सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, “राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनके परिवार तथा मित्रों के लिए संवेदनाएं।”
गृह मंत्री ने जताया शोक: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने ट्वीट में लिखा, “कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन के बारे में जानकर बेहद दुख हुआ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार को शक्ति प्रदान करे। मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”
‘वरुण सिंह असली फाइटर थे’: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी शोक संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि, वरुण सिंह असली फाइटर थे। वो आखिरी सांस तक लड़ते रहे। उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ हूं।
यूपी के देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज बेंगलुरु के आर्मी अस्पताल में चल रहा था। वरुण ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे हैं। उनका जन्म दिल्ली में हुआ था। 42 साल के कैप्टन वरुण सिंह के पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना में कर्नल पद से रिटायर्ड हुए थे। वहीं वरुण के छोटे भाई तनुज सिंह मुम्बई में नेवी में हैं।