Portable Army Hospital: भारतीय वायुसेना और इंडियन आर्मी ने शनिवार को 15000 फीट की ऊंचाई से पोर्टेबल हॉस्पिटल को पैरा-ड्राप किया है। चाहे जंग हो या किसी तरह की कोई भी प्राकृतिक आपदा यह हॉस्पिटल बहुत ही काम आएगा। इस पोर्टेबल हॉस्पिटल को भारत में ही बनाया गया है। यह इस तरह का पहला अस्पताल है, जिसे एयर ड्राप किया गया है। इसका नाम भी आरोग्य मैत्री हेल्थ क्यूब रखा गया है।

रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि क्यूब को एयरलिफ्ट करने और उसको पैरा ड्राप करने के लिए सी-130जे सुपर हरक्यूलिस का इस्तेमाल किया गया है। इसके जमीन पर गिरने के कुछ ही मिनटों के बाद में सेना के जवानों ने इसे मरीजों के इलाज के लिए तैयार कर दिया।

लोगों की जान बचाने में होगी आसानी

मिनिट्री ऑफ डिफेंस ने कहा कि हेल्थ क्यूब का इस्तेमाल जरूरत वाली जगह पर ट्रामा केयर सुविधाएं देने के लिए किया जाता है। इससे दूर-दराज के इलाकों के लोगों की जान बचाने में भी काफी आसानी हो जाएगी। युद्ध के समय में अगर कोई जवान घायल हो जाता है तो उसकी जान बचाने में भी यह बेहद ही कारगर साबित होगा। कई बार ऐसा भी होता है कि जवान को अस्पताल ले जाने तक का भी टाइम नहीं होता है।

प्राकृतिक आपदाओं में भी मददगार साबित होगा

यह पोर्टेबल हॉस्पिटल सेना के पास में होने से यह फायदा होगा कि इसे जंग के मैदान के बेहद पास तक ले जाया जा सकता है। सही समय पर इलाज मिलने से कई जवानों की जान बच जाएगी। केवल सेना के लिए ही यह पोर्टेबल हॉस्पिटल कारगर साबित नहीं होगा बल्कि आम लोगों के लिए भी यह रामबाण होगा। भूकंप, बाढ़ और लैंडस्लाइड जैसी किसी भी प्राकृतिक आपदा के समय में भी इसे जल्द से जल्द पहुंचाया जा सकेगा और लोगों को बेहतर इलाज मिलने से उनकी जान सही समय पर बच पाएगी।

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इस पोर्टेबल हॉस्पिटल में क्या-क्या खास

अब बात पोर्टेबल हॉस्पिटल की खासियत की करें तो इसमें ऑपरेशन थियेटर, एक्स-रे मशीन, ब्लड टेस्टिंग की मशीन, वेंटिलेटर, फ्रैक्चर के साथ में कई गंभीर चोटों के इलाज के लिए मेडिकल सुविधाएं मौजूद हैं। इतना ही नहीं इसमें कॉम्पैक्ट जनरेटर, स्ट्रेचर, मॉड्यूलर मेडिकल गियर, दवाएं और खाने-पीने की चीजें भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इन्हें एयरड्रॉप या ग्राउंड ट्रांसपोर्टेशन के जरिये कहीं भी तैनात किया जा सकता है।