Indian Air Force Aerial Strike: भारतीय वायुसेना में मंगलवार (26 फरवरी) की अहले सुबह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के कई ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की। वायुसेना के विमानों ने बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चकोटी में आतंकी संगठन के ठिकानों पर सुनियोजित तरीके से हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया। हालांकि, विदेश मंत्रालय के द्वारा अभी इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि यह हमला पाक अधिकृत कश्मीर स्थित बालाकोट में हुआ या खैरपख्तूनवा वाले बालाकोट में। सूत्रों के अनुसार, यह हमला खैरपख्तूनवा वाले बालाकोट में हुआ है। सूत्रों पर यकीन करें तो 1971 की जंग के बाद यह पहली बार है, जब भारतीय सेना पाकिस्तान में घुसी है।

सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी शिविर पाकिस्तान के खैबर खैरपख्तूनवा क्षेत्र ेके काफी अंदर था। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने सिर्फ इस बात की पुष्टि की है कि यह कैंप आम नागरिकों के रहने वाले जगह से दूर एक पहाड़ी पर घने जंगल में था।

इससे पहले वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान वाजपेयी सरकार ने भारतीय वायुसेना को एलओसी के पार जाने से रोक दिया था। इस युद्ध में भारतीय वायुसेना ने कारगिल की पहाडि़यों पर स्थित पाकिस्तानी पोस्ट को नष्ट करने के लिए मिराज 2000 की सहायता से लेजर गाइडेड बम का प्रयोग किया था। वायुसेना द्वारा इस महीने की शुरूआत में जैसलमेर में ‘वायु शक्ति’ अभ्यास किया गया, जिसमें दिन, रात, बादल वाले मौसम में टारगेट को फिक्स करने और हिट करने का प्रदर्शन किया गया। इसमें उस क्षमता का प्रदर्शन किया गया, जिसे कारगिल युद्ध में प्रयोग नहीं किया गया था।

सरकार से जुड़े सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी गुट जैश ए मोहम्मद द्वारा किए गए आत्मघाती हमले के ठीक 12 दिन बाद की गई है। अभियान के बारे में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया। कुछ घंटे बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति की एक बैठक की अध्यक्षता की। सूत्रों ने दावा किया कि पाकिस्तानी हिस्से में बहुत नुकसान हुआ है। एक सूत्र ने संकेत दिया कि यह अभियान तड़के तीन बज कर करीब 50 मिनट से चार बज कर करीब पांच मिनट के बीच चलाया गया।

पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हमला होने के बाद भारत ने पश्चिमी सेक्टर में भारतीय वायु सेना के सभी अड्डों को अधिकतम अलर्ट पर रखा था। इसी हमले के बाद मोदी ने कहा था कि हमले का जवाब देने के लिए सशस्त्र बलों को पूरी छूट दे दी गई है।
हमले के बाद भारतीय सेना ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की यह कविता ट्वीट की है।

”क्षमाशील हो रिपु-समक्ष
तुम हुए विनीत जितना ही,
दुष्ट कौरवों ने तुमको
कायर समझा उतना ही।
सच पूछो, तो शर में ही
बसती है दीप्ति विनय की,
सन्धि-वचन संपूज्य उसी का जिसमें शक्ति विजय की।” यह ट्वीट अतिरिक्त महानिदेशक, जन सूचना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किया गया है। (एजेंसी इनपुट के साथ)