प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) जापान दौरे पर हैं। पीएम मोदी जापान के बाद पपुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया का भी दौरा करेंगे। वहीं जापान में पीएम मोदी जी-7 देशों की बैठक में शामिल होंगे। लेकिन बैठक से पहले पीएम मोदी ने चीन और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में चीन के साथ सामान्य संबंधों के लिए अमन-चैन जरूरी है।
जापानी पत्रिका Nikkei Asia को पीएम मोदी ने इंटरव्यू दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “चीन के साथ सामान्य द्विपक्षीय संबंधों के लिए बॉर्डर इलाकों में अमन-चैन जरूरी है। भविष्य में भारत-चीन संबंध का विकास परस्पर सम्मान, संवेदनशीलता और पारस्परिक हितों पर आधारित हो सकता है। संबंधों को सामान्य करने से पूरी दुनिया को फायदा होगा।”
वहीं पाकिस्तान के साथ संबंधों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “भारत पाकिस्तान से सामान्य और पड़ोसी देश वाले संबंध चाहता है। लेकिन आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त एक अनुकूल माहौल बनाना पाकिस्तान की जिम्मेदारी है। अगर अनुकूल माहौल बनेगा तभी बातचीत संभव है।”
पीएम मोदी ने संप्रभुता, कानून के शासन और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत के सम्मान पर भी जोर दिया। भारत की अर्थव्यवस्था पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक रही है। उन्होंने कहा कि भारत अब विश्व स्तर पर पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य अगले 25 वर्षों के भीतर भारत को एक विकसित राष्ट्र में बदलना है।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर बोलते हुए पीएम मोदी ने बताया कि यूक्रेन युद्ध पर भारत की स्थिति स्पष्ट और अटूट है। उन्होंने कहा, “भारत शांति के पक्ष में खड़ा है और मजबूती से रहेगा। हम उन लोगों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो अपनी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में चुनौतियों का सामना करते हैं, विशेष रूप से भोजन, ईंधन और उर्वरकों की बढ़ती कीमतों के कारण। हम रूस और यूक्रेन दोनों के साथ संचार बनाए रखते हैं सहयोग को हमारे समय को परिभाषित करना चाहिए, न कि संघर्ष को।”