कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन पर अड़े किसानों को एक सलाह देने पर India TV के एडिटर-इन-चीफ और चेयरमैन रजत शर्मा ट्रोल कर दिए गए। मंगलवार को माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर ट्वीट करते हुए लिखा, “किसानों को मेरी सलाह- संशोधन के बाद कृषि कानून पसंद न आएं, तो आंदोलन करें।”
दरअसल, शर्मा ने अपनी वेबसाइट पर ‘किसानों को मेरी सलाह: संशोधन के बाद कृषि कानून पसंद न आएं तो आंदोलन करें’ शीर्षक वाला लेख लिखा था, जिसे उन्होंने ट्वीट में शेयर किया था। हिंदी समाचार चैनल के संपादक के आर्टिकल के अनुसार, “मोदी विरोधी मोर्चा अपना एजेंडा बढ़ाने के लिए किसानों का इस्तेमाल कर रहा है। उनमें से कुछ सामने आ गए हैं तो कुछ पर्दे के पीछे से ही सक्रिय हैं। उन्हें इस बात से मतलब नहीं है कि तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की किसान नेताओं की जिद सही है या नहीं।”
बकौल शर्मा, “मेरी सलाह है: किसानों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए कानूनों में संशोधन किए जाएं और तीनों कानूनों को एक निश्चित अवधि के लिए आजमाया जाए। अगर कानून किसानों के लिए फायदेमंद साबित नहीं होते हैं, तो किसान फिर से अपना आंदोलन शुरू कर सकते हैं। आज की तारीख में जरूरी ये है कि सियासी लोग अपने फायदे के लिए किसानों के दर्द का, उनकी तकलीफ का फायदा न उठाने पाएं।”
किसानों को मेरी सलाह: संशोधन के बाद कृषि कानून पसंद न आएं तो आंदोलन करेंhttps://t.co/UCevE55TTa
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) January 19, 2021
हालांकि, शर्मा के किसानों को इस सलाह से जुड़े ट्वीट पर टि्वटर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल कर दिया। @DiceGameMaster के हैंडल से कहा गया- मेरी आपको सलाह है कि पत्रकारिता छोड़कर फिल्म की टिकट ब्लैक करिए। धंधा पसंद न आए, तो छोड़ दीजिएगा!
@Nobel_62 ने कहा- किसानों की ओर से आपको सलाह है कि आइए और अन्नदाताओं के साथ प्रदर्शन करिए। साथ ही उनकी MSP दिलाने में मदद करिए। आप (शर्मा) बेहतर तरीके से सो सकेंगे और अपनी इज्जत भी वापस पा जाएंगे।
@Rofl_Pelu ने पूछा, “नोटबंदी को क्या रिवर्स (पलट) सकते हैं?” वहीं, @MonikaSingh__ ने कहा- रजत जी आपको लगता है क्या कि किसान आपकी बातों को 1% भी सीरियस लेते होंगे? अगर लगता है तो आपको 100 सलाम।
@bothrapawan53 के हैंडल से कहा गया, “किसानों ने आपसे सलाह मांगी क्या?” @Ravishk356 ने कहा- शर्मा जी जब किसान इतना विकास नही चाहते है तो फिर क्यों जबर्दस्ती कानून थोप रहे हो।