Rafale Combat Aircraft News Updates in Hindi: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस से खरीदे गए 36 राफेल लड़ाकू विमानों की सीरीज में पहला विमान मंगलवार को औपचारिक तौर पर हासिल किया। फ्रांस के दक्षिण-पश्चिम स्थित मेरिनियाक में इस विमान सौंपे जाने के लिए आयोजित कार्यक्रम में सिंह फ्रांसीसी समकक्ष फ्लोरेंस पार्ले के साथ शामिल हुए।
राफेल का पहला जेट विमान RB 001 भारत को सौंपे जाने के बाद राजनाथ ने ऊं बनाकर इसकी शस्त्र पूजा की और कुछ देर बाद इसमें उड़ान भी भरी। वह करीब 35 मिनट तक राफेल की सवारी करते रहे। उड़ान पूरी कर लौटने पर उन्होंने मीडिया से कहा कि उड़ान बेहद आरामदायक थी और जीवन में उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वह कभी इतनी रफ्तार से उड़ने वाले जेट में सफर करेंगे।
रक्षा मंत्री ने इससे पहले कार्यक्रम में कहा था, “भारतीय सुरक्षा बलों के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। हमें तय समय पर यह फाइटर प्लेन मिल रहा है। भारत और फ्रांस के रिश्ते इससे और मजबूत होंगे। राफेल के देश आ जाने से भारतीय वायुसेना भी और ताकतवर बनेगी।”
राजनाथ बोले- भारत में आज दशहरा है, जहां पर बुराई पर अच्छाई की जीत मनाते हैं। साथ ही आज 87वां Air Force Day भी है, इसलिए भी कई मायनों में यह दिन अहम है। मुझे बताया गया कि Rafale फ्रांस का शब्द है, जिसका मतलब गवा का झोंका होता है।
बकौल राजनाथ, “मुझे पूरा यकीन है कि यह विमान अपने नाम की तरह ही कसौटियों पर खरा उतरेगा। मुझे विश्वास है कि राफेल से भारत की वायुसेना और मजबूत होगी, ताकि देश में शांति और सुरक्षा बरकरार रखी जा सके।”
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बकौल राजनाथ, "फरवरी 2021 तक भारत को 18 राफेल मिल जाएंगे, जबकि अप्रैल-मई 2022 तक हमें इस सीरीज के पूरे 36 विमान हासिल हो जाएंगे। यह हमारी आत्म सुरक्षा के प्रतीक का हिस्सा है और इसे किसी के खिलाफ आक्रामकता न समझा जाए। यह एक निवारक है।"
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल विमान में उड़ान पूरी करने के बाद कहा- फ्लाइट बेहद आरामदायक थी। यह अभूतपूर्व पल था। मैंने कभी सोचा नहीं था कि मैं कभी जीवन में सुपर सॉनिक रफ्तार से उड़ान भरने वाले विमान में सवारी करूंगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों से मुलाकात की और दोनों देशों के रक्षा एवं रणनीतिक संबंधों को और मजबूत बनाने के बारे में चर्चा की। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एलिसी पैलेस में उनसे मुलाकात के दौरान सिंह ने फ्रांस को भारत का ‘‘महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार’’ बताया। रक्षा मंत्रालय ने इस मुलाकात को ‘‘ बहुत गर्मजोशी से भरी और फलदायी’’ बताया।
बैठक करीब 35 मिनट चली। इसके बाद मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया, ‘‘ यह बैठक दर्शाती है कि भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय साझेदारी कितनी गहरी है, खासकर रक्षा क्षेत्र में और हाल के वर्षों में यह उल्लेखनीय रूप से सुदृढ़ हुई है। दोनों नेताओं ने इन संबंधों को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाने का संकल्प लिया।’’
भारत को राफेल सौंपे जाने की प्रक्रिया के दौरान दस्तावेज लिए हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली। (फोटोः AP)
बता दें कि फ्रांस राफेल की पहली खेप में 36 ऐसे कॉम्बैट एयरक्राफ्ट देश को देगा। यह विमान ट्विन सीट वाला ट्रेनर है। हालांकि, ट्रेनर से यह मतलब नहीं कि यह सिर्फ ट्रेनिंग के काम में लाया जाएगा। देश को इससे पहले फ्रांस से मिराज (2000) जेट प्लेन मिला था। वह हल्के नीले रंग का था, जबकि राफेल ग्रे (टिपनेस) रंग का है। एयरफोर्स को लगता है कि यह वॉर प्लेन है, इसलिए इसके लिए यह रंग अच्छा है। जरूरी नहीं है कि यह अच्छा भी दिखे।
रक्षा मंत्री इससे पहले दक्षिण पश्चिम फ्रांस के शहर बरदो के मेरिनैक हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। वह भारतीय वायु सेना द्वारा पहला राफेल विमान लेने के समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। सिंह ने इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के साथ विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की थी और कहा था उनकी यात्रा का मकसद भारत और फ्रांस के बीच ‘रणनीतिक साझेदारी’ को बढ़ाना है।
बरदो में उन्होंने राफेल बनाने वाली दसॉल्ट एविएशन की इकाई का दौरा भी किया। वह आगे पहले राफेल लड़ाकू विमान के लिए रस्मी तौर पर फीता काटेंगे। यहां पर भारत की पारंपरिक शस्त्र पूजा करने का भी इंतजाम किया गया है। यह पूजा दशहरे के मौके पर की जाती है। इसके अलावा आज वायु सेना का 87वां स्थापना दिवस भी है।
फ्रांस के मेरिगनैक में मंगलवार को राजनाथ सिंह ने Dassualt असेंबली लाइन फैसिलिटी में राफेल विमान का जायजा लिया।