India Suspended US Postal Services: भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर जारी तनातनी के बीच अब भारत ने अमेरिका के साथ सभी तरह की डाक सेवाओं को सस्पेंड कर दिया है। इसे भारत की ओर से अहम कदम माना जा रहा है, क्योंकि ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लागू कर दिया। ट्रंप ने भारत के रूस से तेल खरीदने को लेकर नाराजगी जताते हुए 25 के अलावा 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाया है।
दरअसल, इस फैसले को लेकर डाक विभाग की अधिसूचना आई है। इसमें कहा गया है कि भारत ने अमेरिका जाने वाले 100 डॉलर तक के मूल्य के पत्रों, दस्तावेजों और उपहार वस्तुओं सहित सभी श्रेणियों के मेल की बुकिंग को पूरी तरह से निलंबित करने का निर्णय लिया है। बयान में कहा गया है कि यह निर्णय अमेरिका जाने वाले डाक के परिवहन में वाहक कंपनियों की निरंतर असमर्थता तथा परिभाषित नियामक तंत्र के अभाव को देखते हुए लिया गया है।
पहले दी थी 100 डॉलर की छूट
बता दें कि यह घोषणा उस बयान के एक सप्ताह बाद आई है जिसमें विभाग ने कहा था कि वह 25 अगस्त से अमेरिका जाने वाली डाक वस्तुओं पर रोक लगा देगा, जिसमें पत्र, दस्तावेज और 100 डॉलर तक मूल्य की उपहार वस्तुएं शामिल नहीं होंगी। हालांकि अब पूरी तरह से इसे सस्पेंड कर दिया गया है।
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सरकार ने वापस ले ली छूट
30 जुलाई को व्यापार वार्ताओं तथा भारत के कृषि बाजार तक अमेरिका की पहुंच को लेकर कथित गतिरोध के बीच वाशिंगटन ने 29 अगस्त से 800 डॉलर तक के मूल्य वाले सामानों के लिए शुल्क मुक्त न्यूनतम छूट वापस ले ली, जिससे वे प्रभावी रूप से अमेरिकी टैरिफ ढांचे के तहत सीमा शुल्क के अधीन हो गए।
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एक थिंक टैंक ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इसके बाद, ऐसे शिपमेंट को दो शुल्क संरचनाओं में से एक का सामना करना पड़ेगा। आईईईपीए के तहत प्रभावी टैरिफ दर के आधार पर एक एड वैलोरम शुल्क, या एक फ्लैट दर शुल्क – $ 80, $ 160, या $ 200 प्रति आइटम देना होगा। 31 जुलाई को अमेरिका ने सभी वस्तुओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की।
बाद में 6 अगस्त को ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें रूसी तेल आयात करने और क्रेमलिन की “युद्ध मशीन” को बढ़ावा देने के लिए भारत पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगाया गया। नई दिल्ली ने इस कदम को “अनुचित” और “अनुचित” बताया और राष्ट्रपति के इस कदम के पाखंड की ओर इशारा किया, और कहा कि अमेरिका और यूरोप अभी भी रूसी उर्वरक और रसायन खरीदते हैं।
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