Bangladesh News: भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर हो चुका है। ऐसे वक्त में आज हुई विदेश मंत्रालय की वीकली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने पाकिस्तान को काफी लताड़ लगाई। इस दौरान ही उन्होंने बांग्लादेश के वर्तमान हालत को लेकर पूछे गए सवाल पर भी टिप्पणी की और कहा कि वहां आवामी लीग पर लगा बैन चिंताजनक जनक है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल से बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग पर लगे बैन को लेकर प्रश्न पूछा गया था, इस पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जल्द से जल्द प्रक्रिया चुनाव कराए जाने चाहिए।
‘आवामी लीग पर प्रतिबंध चिंताजनक’
बांग्लादेश को लेकर रणधीर जायसवाल ने कहा, ”उचित प्रक्रिया के बिना अवामी लीग पर प्रतिबंध एक चिंताजनक घटनाक्रम है। एक लोकतंत्र के रूप में, भारत स्वाभाविक रूप से लोकतांत्रिक स्वतंत्रताओं में कटौती और राजनीतिक स्थान के सिकुड़ने से चिंतित है।’ उन्होंने कहा, “हम बांग्लादेश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और समावेशी चुनाव जल्द से जल्द कराने का पुरजोर समर्थन करते हैं।”
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मोहम्मद यूनुस सरकार ने लिया फैसला
गौरतलब है कि हाल ही में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की पार्टी के खिलाफ अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद युनुस ने एक्शन लिया था। यूनुस की सरकार ने कहा कि शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग को बांग्लादेश में बैन कर दिया गया है। यह कार्रवाई आतंकवाद विरोधी कानून के तहत हुई है।
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क्या है आवामी लीग का इतिहास
आवामी लीग के इतिहास की बात करें तो इसकी स्थापना 1949 में की गई थी। इस पार्टी की स्थापना के प्रमुख नेताओं में मौलाना अब्दुल हमीद खान भाशानी, शमसुल हक और हुसैन शहीद सुहरावर्दी शामिल थे।
आवामी लीग पार्टी को बड़ी पहचान तब मिली थी, जब शेख मुजीबुर रहमान इसका नेतृत्व करने लगे। उन्होंने 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में नेतृत्व करते हुए पाकिस्तान से स्वतंत्रता की दिशा में ऐतिहासिक भूमिका निभाई थी।
मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार बनने से पहले बांग्लादेश में लगातार 15 साल तक आवामी लीग की ही सरकार थी।