Indian Economy Growth: ब्रिटेन को दूसरी बार पछाड़कर भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि 2030 तक भारत विश्व स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ अरविंद विरमानी ने कहा कि यह पहले से अनुमान था। उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान बता रहा है कि हम 2028-30 तक दुनिया की तीसरे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।

प्रख्यात अर्थशास्त्री चरण सिंह ने कहा कि यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। हम विकास और अर्थव्यवस्था के संबंध में बहुत अच्छा कर रहे हैं। आईएमएफ लंबे समय से कह रहा है कि हम दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं। मुद्रास्फीति लगभग नियंत्रण में है।

उन्होंने कहा कि वहीं दूसरी ओर ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित है और अच्छा नहीं कर रही है। 2027 के लिए पूर्वानुमान बहुत अधिक है। जबकि विश्व मंदी के कगार पर है। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था फलफूल रही है। हम वास्तव में अच्छा कर रहे हैं और यह आर्थिक प्रदर्शन में दिख रहा है। मुझे निश्चित रूप से यकीन है कि यह कारक यूके के चुनाव को प्रभावित करने वाला है।

रिसर्च एंड इंफॉरमेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज के डीजी सचिन चतुर्वेदी का कहना है कि यह पहली बार नहीं हुआ है, जब भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा है। ऐसा साल 2019 में भी हो चुका है। जब भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा था। उन्होंने कहा कि अब हम कैपिटल एक्सपेंडिचर पर फोकस कर रहे हैं और रेवेन्यू एक्सपेंडिचर कम करने पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की महंगाई को कम करने की रणनीति भी देश की अर्थव्यवस्था को संतुलित रूप से आगे बढ़ने में मदद करेगी और हमें अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे।

विदेश और संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 2014 से पहले, हम नाजुक पांच अर्थव्यवस्थाओं में थे। पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना और उस स्थिति से ब्रिटेन जैसी अर्थव्यवस्था को पार करना एक बड़ी उपलब्धि है।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़ों के अनुसार, भारत अपनी अर्थव्यवस्था के मामले में अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी से कुछ ही पीछे है, जो लगभग $ 854 बिलियन से पीछे है। एक दशक पहले भारत 11वें और ब्रिटेन पांचवें स्थान पर था।