पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के प्रति अपना रुख सख्त कर दिया है। इसी के तहत भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान को व्यापार में सबसे तरजीह वाले देश का दर्जा (मोस्ट फेवर्ड नेशन) छीन लिया था। अब भारत ने पाकिस्तान से आयात होने वाले सामान पर सीमा शुल्क 200 फीसदी तक बढ़ा दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। माना जा रहा है कि भारत के इस फैसले से पाकिस्तान द्वारा भारत को किए जाने वाले निर्यात को बड़ा झटका लगेगा। दोनों देशों के बीच साल 2018 में 2.40 बिलियन डॉलर रहा था, जो कि भारत के कुल व्यापार का सिर्फ 0.4 फीसदी है।
पाकिस्तान भारत को मुख्य तौर पर ताजा फल, सीमेंट, पेट्रोलियम पदार्थ, केमीकल्स, और चमड़े आदि का निर्यात करता है। वहीं भारत पाकिस्तान को कॉटन, डाई, केमिकल्स, सब्जियां, लोहा और स्टील का निर्यात करता है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बताया कि भारतीय विदेश मंत्रालय पाकिस्तान को अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय से अलग-थलग करने के लिए सभी जरुरी कूटनीतिक कदम उठा रहा है। भारत पाकिस्तान को FATF (Financial action task force) में भी ब्लैकलिस्ट कराने की कोशिशों में जुटा है। अगले हफ्ते पेरिस में होने वाली FATF की बैठक में भारत की कोशिश होगी कि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से ब्लैक लिस्ट कर दिया जाए। यदि ऐसा होता है तो गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के लिए यह बड़ा झटका होगा।
बता दें कि गुरुवार को सीआरपीएफ का 78 वाहनों का एक काफिला जम्मू से कश्मीर जा रहा था। इस काफिले में 2500 के करीब जवान शामिल थे। काफिला जैसे ही पुलवामा के अवंतीपुरा इलाके में पहुंचा तभी विस्फोटकों से भरी एक कार ने काफिले के एक वाहन में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही तेज विस्फोट हुआ और वाहनों के चीथड़े उड़ गए। विस्फोट की जद में आने वाली सीआरपीएफ की बस में 44 जवान सवार थे, जिनमें से 40 शहीद हो गए। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।