पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने फिलहाल प्रधानमंत्री पद की शपथ नहीं ली है, लेकिन मंत्री पद को लेकर कयासों का सिलसिला शुरू हो चुका है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, युद्ध की स्थिति में भारत पर परमाणु हमला करने की हिमायती और जानीमानी स्कॉलर शिरीन मजारी पाकिस्तान की नई रक्षा मंत्री हो सकती हैं। इमरान खान उन्हें इस महत्वपूर्ण मंत्रालय के लिए चुन सकते हैं। शिरीन को इमरान का करीबी माना जाता है। उन्होंने अक्टूबर 1999 में एक डिफेंस जर्नल में लेख लिखा था। इसमें उन्होंने युद्ध की स्थिति में भारत के शहरी क्षेत्रों पर परमाणु हमले की वकालत की थी। शिरीन ने लिखा था, ‘भारत के शहरी और औद्योगिक केंद्रों पर पहले हमला करना चाहिए। परमाणु हथियारों के मामले में पाकिस्तान स्ट्रैटजिक और टैक्टिकल में भेद नहीं कर सकता है।’ भारत के प्रति उनके रुख को देखते हुए विश्लेषक शिरीन को रक्षा मंत्री बनाने से आशंकित हैं। उनका मानना है कि शिरीन के रक्षा मंत्री बनने से पश्चिमी देशों और भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध और बिगड़ सकते हैं।
नई दिल्ली और मुंबई को निशाना बनाने की कही थी बात: शिरीन ने एक अन्य लेख में पाकिस्तानी सरकार को विवादास्पद सलाह दी थी। उन्होंने लिखा था कि युद्ध की स्थिति में इस्लामाबाद को भारत की राजधानी नई दिल्ली और मुंबई के साथ ही रेंज (मिसाइल रेंज) के अंदर आने वाले परमाणु ठिकानों को तबाह कर देना चाहिए। उन्होंने अपने लेख में तर्क दिया था कि भारत के अधिकांश परमाणु ठिकाने घनी आबादी के करीब हैं, ऐसे में इन केंद्रों पर हमला करने से ज्यादा क्षति पहुंचाई जा सकती है। पश्चिमी राजनयिक पहले ही शिरीन मजारी को रक्षा मंत्री बनाने पर अपनी नाखुशी जता चुके हैं। शिरीन एक अंग्रेजी अखबार की संपादक भी रह चुकी हैं। उस दौरान उन्होंने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिससे पश्चिमी देशों ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। एक राजनयिक ने तो यहां तक कहा था कि अमेरिका और भारत के मामलों में उनका रवैया बेहद विद्वेषपूर्ण और आपत्तिजनक रहता है। बता दें कि भारत और पाकिस्तान ने 31 दिसंबर, 1988 को एक समझौता किया था, जिसके तहत दोनों देशों ने एक-दूसरे के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना न बनाने की बात कही थी। करार के 1991 में अमल में आने के बाद भारत और पाकिस्तान ने परमाणु प्रतिष्ठानों की सूची का आदान-प्रदान किया था। मालूम हो कि इससे पहले शिरीन मजारी के विदेश मंत्री बनने की बात सामने आई थी।