कारगिल जैसी दुर्गम स्थिति में भी कभी हिम्मत न हारने वाले भारतीय सेना के जवानों का पूरा देश कृतज्ञ है। जहां पाकिस्तान से युद्ध करते हुए हमारे 634 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना ने भारत के कुछ जगहों पर अपना कब्जा कर लिया था जिसको भारतीय सेना के जाबाजों ने जान की परवाह किए बिना फिर से उस पर भारत का झंडा लहराया। आज इस युद्ध विजय को 25 साल हो गए हैं। लेकिन आज भी वह युद्ध लोगों के दिलो दिमाग में ताजा है।

वैसे तो हर भारतीय जवान ने पाकिस्तानी सेना के नाक में दम कर रखा था। दुश्मन देश के हर मंसूबे पर पानी फेरने का काम भारतीय सेना के जाबाज सिपाहियों ने किया था। इसी में एक कहानी वीर चक्र से नवाजे जा चुके ब्रिगेडियर एस विजय भास्कर की भी है। इस युद्ध को लेकर उनके यादों में जो घटना है। वह बहुत अनोखी है।

युद्ध के दौरान भास्कर अल्फा कंपनी की कमान संभाल रहे थे। दुनिया के सबसे ऊंचे स्थानों पर लड़ा जाने युद्धों में इस युद्ध को भी माना जाता है। करीब 17000 फीट की ऊंचाई पर स्थित प्वाइंट 4875 पर कब्जे को लेकर शुरू हुए जद्दोजहद की लड़ाई बहुत कठिन थी।

खून से लाल हो चुका था पूरा बर्फ

ऐसा स्थान जहां न कोई जानवर और न ही कोई पक्षी, है तो केवल और केवल ठंडी हवाएं और बर्फ। ऐसी स्थिति दुश्मन देश के हमले से पूरा बर्फ खून से लाल हो चुका था। ब्रिगेडियर भास्कर के अनुसार उस जीत ने जीतनी खुशी दी थी उतनी ही गम था। गम अपने जाबाज सैनिकों को खोने का तो खुशी अपनी खोई हुई जमीन देश को फिर से हिस्से में लाने की। उस समय हर सैनिक अलग ही भावना में था। युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के शव को देखकर सभी को गर्व हो रहा था तो वहीं दुश्मन देश के सैनिकों के शवों को भी भारतीय सैनिक सम्मान के साथ कब्र में दफना रहे थे।

पाकिस्तानी बंकरों से मिला राशन का सामान

वहीं इस युद्ध को लेकर सेना मेडल से सम्मानित कर्नल राजेश अधाऊ ने भी आपबीती सुनाई। कारगिल के प्वाइंट 4875 पर तिरंगा लहराने के बाद पाकिस्तानों बंकरों की तलाशी के दौरान हमें खाना बनाने, सोने समेत कई सामान मिले। पाकिस्तान के सैनिक ढेर सारा सूखा राशन भी स्टॉक में रखे थे। जब भारतीयों ने उन पर हमला किया तो उस दौरान पाकिस्तानी खाना बनाने की तैयारी में थे। हमले में कुछ पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। जबकि कुछ सैनिक वहां से भाग गए। जब भारतीय सैनिक पाकिस्तानी बंकर में पहुंचे तो वहां चावल, आटा, आलू, प्याज और फ्रॉजन मांस मिले इसके साथ ही दो-तीन प्रकार के अचार में मिले। पाकिस्तानी बंकरों से मिले इन सामानों को लेकर हर किसी को रोका गया। लेकिन कुछ भारतीय जवान ने ये कहते हुए इससे नहीं मानें कि अचार में तो नमक होता है और नमक जहर को खत्म कर देता है। कई सैनिकों ने इसे चखा।

वहीं जब भारतीय सेना ने बटालिक सेक्टर में जब कब्जा जमाया उस दौरान भी बहुत सारा सामान मिला। पाकिस्तानी लंबी तैयारी के साथ आए थे। उनके पास से इत्र की बोतल, लक्स साबुन, राशन, हथियार, गैस समेत कई गोलियां मिली।