भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को खत्म करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। हाल ही में जब भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष हुआ, तब 4 दिन की लड़ाई के बाद सीजफायर हुआ था। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने ट्रेड डील का हवाला देकर सीजफायर करवाया है। इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका में एक बड़ा बयान दिया है। साथ ही उन्होंने ट्रंप के दावे का खंडन भी किया।

जयशंकर ने क्या कहा?

जयशंकर ने कहा कि जब 9 मई की रात को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई, तब वह मौजूद थे। न्यूजवीक के साथ बातचीत के दौरान जयशंकर ने कहा कि वेंस ने पीएम मोदी से कहा था कि अगर भारत कुछ चीजें नहीं मानता है तो पाकिस्तान भारत पर बड़ा हमला करेगा। उनके अनुसार कॉल के दौरान पीएम मोदी ने संकेत दिया था कि भारत की ओर से जवाब दिया जाएगा।

जयशंकर ने पुष्टि की कि पाकिस्तान ने उस रात बड़ा हमला किया, जिस पर भारत ने तुरंत जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगले दिन उन्हें अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो का फोन आया और उन्होंने बातचीत करने की पाकिस्तान की इच्छा जताई। जब जयशंकर से ट्रंप के दावों पर पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता। मुझे लगता है कि व्यापार से जुड़े लोग वही कर रहे हैं जो उन्हें करना चाहिए, यानी संख्याओं, लाइनों और उत्पादों के साथ बातचीत करना और अपने ट्रेडऑफ़ बनाना। मुझे लगता है कि वे बहुत पेशेवर हैं और इस बारे में बहुत केंद्रित हैं। हमारी स्थिति के संदर्भ में हां, हम कई वर्षों से यह स्थिति रखते आए हैं, मेरा मतलब है कि यह राष्ट्रीय सहमति है कि पाकिस्तान के साथ हमारा व्यवहार द्विपक्षीय है।”

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‘मैं आपको अनुभव से बता सकता हूं कि क्या हुआ’

जयशंकर ने कहा, “भारत-पाक मामले में, मैं आपको बता सकता हूं कि मैं उस कमरे में था, जब उपराष्ट्रपति वेंस ने 9 मई की रात को प्रधानमंत्री मोदी से बात की थी और कहा था कि आप जानते हैं कि अगर हम कुछ चीजों को स्वीकार नहीं करते हैं तो पाकिस्तान भारत पर बहुत बड़ा हमला करेगा। इसके विपरीत उन्होंने (पीएम मोदी) संकेत दिया कि हमारी ओर से जवाब दिया जाएगा। यह पिछली रात की बात है। पाकिस्तानियों ने उस रात हम पर बड़े पैमाने पर हमला किया, हमने उसके बाद बहुत जल्दी जवाब दिया और अगली सुबह रुबियो ने मुझे फोन किया और कहा कि पाकिस्तानी बातचीत के लिए तैयार हैं। इसलिए मैं आपको केवल अपने व्यक्तिगत अनुभव से बता सकता हूं कि क्या हुआ।”

भारत के इनकार के बावजूद डोनाल्ड ट्रंप ने बार-बार दावा किया है कि भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के बाद उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित की है। 10 मई को विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने भारतीय समकक्ष को फोन किया था, और उनके बीच यह सहमति बनी थी कि दोनों पक्ष ज़मीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे।

क्या था ऑपरेशन सिंदूर?

भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष में सैन्य कार्रवाई में वृद्धि देखी गई क्योंकि पाकिस्तान ने ड्रोन लॉन्च करके भारत के ऑपरेशन सिंदूर का जवाब दिया। भारत ने पाकिस्तानी आक्रमण को विफल किया और उसके हवाई ठिकानों पर बमबारी की। ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 7 मई को शुरू किया गया था, जिसमें 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।