भारत के अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ रही है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने कहा है कि भारत के गगनयान अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर आईएसआरओ-नासा संयुक्त मिशन के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण पूरा कर लिया है। ISRO ने अपने X हैंडल पर जानकारी दी कि गगनयात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और ग्रुप कैप्टन बालकृष्ण नायर की पहले चरण की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है।
क्या जानकारी है?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के गगनयान मिशन के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। गगनयान मिशन का उद्देश्य तीन दिवसीय मिशन के लिए तीन सदस्यीय चालक दल को 400 किमी की कक्षा में भेजना है। इस मिशन का नाम संस्कृत शब्द गगनयान से लिया गया है, जिसका अर्थ है आकाश की ओर जाने वाला वाहन।
इसरो गगनयान मिशन के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों के विकास पर काम कर रहा है, जिसमें मानव-रेटेड लॉन्च वाहन, क्रू मॉड्यूल और जीवन समर्थन प्रणाली शामिल हैं। इस मिशन की सफलता भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी और भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा जो मानव को अंतरिक्ष में भेजेगा।
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गगनयान मिशन के लिए चुने गए दो भारतीय वायुसेना अधिकारी हैं, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (प्राइमरी क्रू) और ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्ण नायर (बैकअप क्रू), इन दोनों अधिकारियों ने गगनयान मिशन के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया है। कैप्टन शुभांशु शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हुआ था। वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र हैं। उन्हें 17 जून 2006 को भारतीय वायुसेना के लड़ाकू दल में कमीशन मिला था। शुक्ला एक फाइटर कॉम्बैट लीडर और एक टेस्ट पायलट हैं, जिनके पास लगभग 2,000 घंटे की उड़ान का अनुभव है। सुखोई-30MKI, मिग-21, मिग-29, एएन-32, डोर्नियर, हॉक और जगुआर कुछ ऐसे विमान हैं जिन्हें शुक्ला ने उड़ाया है।
मिशन के लिए बैक-अप अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर का जन्म 26 अगस्त, 1976 को केरल में हुआ था। नायर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व छात्र भी हैं, उन्हें वायु सेना अकादमी में स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर से सम्मानित किया गया है। 19 दिसंबर, 1998 को नायर को लड़ाकू स्ट्रीम में कमीशन दिया गया था। उन्हें फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर होने की सर्वोच्च उपलब्धि भी प्राप्त है और उनके नाम पर लगभग 3000 घंटे की उड़ान का अनुभव है।