कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर चीन के साथ जारी सीमा विवाद मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा है कि “देशभक्त लद्दाखी लोग चीन की घुसपैठ के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और वह चीख-चीखकर चेतावनी भी दे रहे हैं। इनकी चेतावनी को अनसुना करना भारत को भारी पड़ सकता है। भारत के लिए इनकी बात सुनी जानी चाहिए।” राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी साझा किया है, जिसमें लद्दाखी लोगों ने चीनी घुसपैठ की बात कही है।

इससे पहले शुक्रवार को अपने एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा था कि “लद्दाखी लोग कह रहे हैं कि चीन ने हमारी जमीन कब्जायी है। पीएम कह रहे हैं कि किसी ने हमारी जमीन पर कब्जा नहीं किया है। ऐसे में कोई तो झूठ बोल रहा है।” बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है।

15 जून की रात गलवान घाटी में हुई दोनों सेनाओं के सैनिकों के बीच की हिंसक झड़प के बाद से हालात और भी गंभीर हो गए हैं। बता दें कि इस झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, वहीं चीन के भी 40 से ज्यादा जवानों की मौत की खबर आयी थी। हालांकि चीन की सरकार ने अभी तक यह बात नहीं स्वीकारी है।

बता दें कि द प्रिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, लद्दाख के न्यूमा ब्लॉक की भाजपा पार्षद युरगेन चोदोन ने इस साल 11 जून को अपने एक पोस्ट में भारतीय सरजमीं पर चीनी सैनिकों की घुसपैठ की तस्वीरें साझा की थीं। इससे पहले भी युरगेन चोदोन चीनी घुसपैठ की जानकारी देती रही हैं। युरगेन की तरह ही लेह से 130 किलोमीटर दूर तांग्से में पार्षद ताशी नामग्याल ने भी चीनी घुसपैठ की बात स्वीकारी है। ताशी ने बताया कि उन्होंने इसकी जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी है।

इससे पहले भारत चीन सीमा पर जारी तनाव के बीच शुक्रवार को पीएम मोदी लेह पहुंचे। यहां उन्होंने जवानों से मुलाकात की और उनका हौंसला बढ़ाया। इस दौरान पीएम मोदी ने अफसरों से सीमा की स्थिति का जायजा लिया। पीएम ने मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती घायल सैनिकों का भी हालचाल लिया। पीएम मोदी ने लद्दाख के नीमू बेस पर थलसेना, वायुसेना और आईटीबीपी के जवानों से मुलाकात की। उनके साथ सीडीएस जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एमएम नरवाणे भी साथ थे।