भाजपा ने राजीव गांधी फाउंडेशन द्वारा चीन से डोनेशन लेने का मुद्दा उठाकर कांग्रेस की आलोचना की थी। अब पूर्व गृहमंत्री पी.चिदंबरम ने इस मुद्दे पर केन्द्र सरकार को निशाने पर ले लिया है। चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा है कि “यदि राजीव गांधी फाउंडेशन 20 लाख रुपए लौटा दे तो क्या पीएम मोदी यह सुनिश्चित करेंगे कि चीन भारतीय सरजमीं को खाली कर देगा और यथास्थिति बहाल हो जाएगी?”

बता दें कि कांग्रेस चीन के साथ जारी सीमा विवाद को लेकर केन्द्र सरकार के खिलाफ हमलावर है। इसके जवाब में गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाया था कि 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन से 3 लाख डॉलर मिले थे। नड्डा का आरोप है कि इसके बदले चीन के साथ फ्री ट्रेड को बढ़ावा देने वाली स्टडी करवायी गई। नड्डा ने शुक्रवार को ये भी आरोप लगाया है कि यूपीए के कार्यकाल में पीएम नेशनल रिलीफ फंड (PMNRF) का पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन (RGF) को दिया गया और उस वक्त दोनों फंड की अध्यक्ष सोनिया गांधी थीं।

अब नड्डा के आरोपों पर चिदंबरम ने उक्त ट्वीट किया है। चिदंबरम ने अपने अन्य ट्वीट में लिखा कि “भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को आधा सच बोलने में महारथ है। मेरे सहयोगी रणदीप सुरजेवाला ने कल ही उनके आधे सच का खुलासा कर दिया था। चिदंबरम ने लिखा कि मिस्टर नड्डा सच्चाई पहचानिए और अतीत में जीना छोड़िए जो कि आपक आधे सच की वजह से विकृत हो चुका है। कृप्या चाइनीज घुसपैठ पर हमारे सवालों का जवाब दीजिए।”

क्या है राजीव गांधी फाउंडेशनः पूर्व पीएम राजीव गांधी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए 21 जून 1991 को सोनिया गांधी ने इस फाउंडेशन की शुरुआत की थी। यह फाउंडेशन एजुकेशन, साइंस और टेक्नोलॉजी, शोषित और दिव्यांगों को सशक्त बनाने की दिशा में काम करता है। सोनिया गांधी इस फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं। सोनिया के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और पी.चिदंबरम इस फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं।

9 साल पहले भी हो चुका है विवादः आतंकियों से संबंधों के आरोपी इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के मुखिया जाकिर नाइक ने भी साल 2011 में राजीव गांधी फाउंडेशन को 50 लाख रुपए दिए थे। हालांकि बाद में कांग्रेस द्वारा यह रकम लौटा दी गई थी। भाजपा ने इस मुद्दे पर भी कांग्रेस को खूब घेरने की कोशिश की थी।