भारत चीन सीमा पर जारी तनाव को लेकर शनिवार को दोनों देशों के बीच कमांडर स्तर की मीटिंग हुई। इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा था कि दोनों देश शांतिपूर्वक विवाद सुलझाने पर सहमत है। हालांकि शांति वार्ता के बीच खबर आ रही हैं कि चीनी सेना बॉर्डर पर एक बहुत बड़ा युद्धाभ्यास कर रही है, जिसमें हजारों की तादाद में सैनिक भाग ले रहे हैं। बताया जा रहा है कि भारत के साथ तनाव को देखते हुए चीनी सेना युद्धाभ्यास के जरिए अपनी तैयारियां परख रही है।
चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स और चाइना सेंट्रल टीवी ने यह जानकारी दी है। हालांकि चीनी न्यूज चैनल्स की तरफ से इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि सैनिकों और बड़ी संख्या में हथियारों को सीमा पर किस जगह ले जाया गया है लेकिन कहा गया है कि यह युद्धाभ्यास भारत को संकेत देने के लिए काफी है।
बता दें कि सिविल एयरलाइंस, लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्ट, रेलवे आदि की मदद से हजारों की संख्या में सैनिकों को हुबेई प्रांत से सीमा पर भेजा गया है। हुबेई प्रांत चीन के मध्य में स्थित है और वहां से हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर सैनिकों को सीमा पर भेजा गया है।
Several thousand soldiers with a Chinese PLA Air Force airborne brigade took just a few hours to maneuver from Central China’s Hubei Province to northwestern, high-altitude region amid China-India border tensions. https://t.co/dRuaTAMIt0 pic.twitter.com/CtRJRk13IO
— Global Times (@globaltimesnews) June 7, 2020
चीनी न्यूज चैनल्स की रिपोर्ट के अनुसार, सैनिकों के साथ ही भारी संख्या में हथियार, तोप और सप्लाई का सामान भेजा गया है। बता दें कि शनिवार को भारत और चीन के बीच लद्दाख के चुसुल-मोल्डो बॉर्डर पर मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में दोनों देशों के बीच सीमा पर जारी तनाव को बातचीत के जरिए सुलझाने पर सहमति बनी थी। भारत की तरफ से इस मीटिंग में सेना की 14 कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह शामिल हुए। वहीं चीन की तरफ से उसकी वेस्टर्न थिएटर कमांड के मेजर जनरल लिउ लिन शामिल हुए थे।
इस मीटिग के अगले दिन यानि कि रविवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया था कि दोनों देश सीमा विवाद के हल के लिए मिलिट्री और डिप्लोमैटिक तरीके से बातचीत पर सहमत हुए हैं। भारत की मांग है कि सीमा पर यथास्थिति बहाल की जाए।